लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अम्बाला छावनी में 25 सदस्यीय चुनाव समिति बनाएंगे और जो समिति तय करेगी उसके अनुसार कार्यक्रम होंगे : अनिल विज मैं भारतीय जनता पार्टी का अनन्य भगत, अम्बाला छावनी के हर बूथ से कई गुणा ज्यादा वोट जीतकर लानी है : विजअम्बाला छावनी के फारूखा खालसा स्कूल में भाजपा के आगामी छह अप्रैल को स्थापना दिवस को लेकर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने संबोधन दिया अम्बाला, 04 अप्रैल। हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री एवं अम्बाला छावनी विधायक श्री अनिल विज ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 400 सीटें हासिल करने का लक्ष्य तय किया है और “अबकी बार 400 पार” का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अम्बाला छावनी में 25 सदस्यीय चुनाव समिति बनाई जाएगी और जो समिति तय करेगी उसके अनुसार कार्यक्रम किए जाएंगे। उन्होंने कहा “मैं भारतीय जनता पार्टी का अनन्य भगत हूं, अम्बाला छावनी के हर बूथ से कई गुणा ज्यादा वोट जीतकर लानी है”। श्री विज आज शाम अम्बाला छावनी के फारूखा खालसा स्कूल में भारतीय जनता पार्टी के छह अप्रैल को स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा में हमारा बहुमत है और अनेकों विधानसभा में भाजपा अकेले सरकार चला रही है। अब दोबारा लोकसभा चुनाव आ रहे हैं और यह चुनाव हिंदुस्तान की तकदीर बनाने के लिए चुनाव हो रहा है। हरियाणा में 25 मई को चुनाव होगा और अम्बाला से प्रत्याशी बंतो कटारिया को हमने भारी बहुमत से विजयी कराना है। बंतों कटारिया अम्बाला आई तो उन्होंने कहा कि आप अम्बाला छावनी की चिंता मत मरों यहां से हम आपको भारी मतों से विजयी दिलाएंगे। श्री विज ने कहा कि हमने अम्बाला छावनी में हमारा पूरा संगठन मजबूती से बनाया हुआ है। चुनाव के लिए हम 25 सदस्यीय चुनाव समिति बनाएंगे और जो समिति तय करेगी उसपर कार्य किया जाएगा। चुनाव में बूथ से ज्यादा वोटों से जीत दिलाने वाले होंगे सम्मानित : अनिल विज पूर्व मंत्री अनिल विज ने कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव में जो अपने बूथ से सबसे ज्यादा वोटों से जिताएगा उसे चुनाव उपरांत सम्मानित किया जाएगा। लोकसभा की 543 सीटों पर नरेंद्र मोदी खड़ा है और हमने नरेंद्र मोदी के चेहरे को देखते हुए वोट लेनी है। हमने सकारात्मक चुनाव लड़ना है। विकास कार्यों के बारे बताने को बहुत कुछ है चाहे वह राष्ट्रीय स्तर को या प्रदेश स्तर, हमने कार्यकाल में ढेरों विकास कार्य करवाए हैं। ताकत आदमी में होती है किसी पद में नहीं : अनिल विज पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने परिस्थितियों को देखते हुए मंत्री पद छोड़ा। ताकत पद में नहीं, ताकत आदमी में होती है। वह मंत्री, विधायक या विपक्ष में रहे, मगर वह फिर भी राजनीति में रहे और आज भी कोई हमारे काम रोक सके यह किसी में हिम्मत नहीं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि हमारे विकास कार्यों को पूरी रफ्तार से चलाया जाए और किसी ने कोई अडचन डालने का प्रयास किया तो पुरजोर विरोध किया जाएगा क्योंकि उनकी गाड़ी में दरी हमेशा रहती है। पूर्व सरकारों ने शहर का सोचने के बजाए अपने घरों को भरा : अनिल विज पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने अम्बाला छावनी की जी-जान से सेवा की और कार्यकाल में पूरे विकास कार्य करवाए। पूर्व सरकारों को काम करने का समय मिला, मगर इन्होंने शहर का सोचने के बजाए अपने घरों को भरा है, शहर का किसी ने कुछ नहीं किया। हमने शहर में कितने काम किए यह जनता को पूरी तरह पता है और हमने धरातल पर कार्य करके दिखाए हैं। भारतीय जनता पार्टी के इतिहास को कार्यकर्ताओं से सांझा किया पूर्व मंत्री अनिल विज ने कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री अनिल विज ने भाजपा के इतिहास की जानकारी कार्यकर्ताओं को दी। उन्होंने कहा छह अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है और 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा भाजपा को समझने से पहले हमें अपने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को समझना होगा। संघ की स्थापना सन् 1925 में हुई थी, संघ में राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए अनुशासित संगठन बनाने पर ध्यान दिया गया। राजनीतिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए राजनीति क्षेत्र में कार्य करने के लिए जनसंघ की स्थापना की गई जिसमें शामा प्रसाद मुखर्जी को अध्यक्ष बनाया गया। आज संगठन विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहा है। श्री विज ने कहा 1975 में देश में आपातकाल लगा। लाखों लोगों पर झूठे केस बनाकर जेल में डाला गया। उस समय जनसंघ देश में पूरा फैल गया था, तब समाचार पत्रों पर भी पाबंदी थी। इस दौरान हमारे संगठन ने अपना समाचार पत्र दर्पण निकाला जिसको बांटने के लिए अम्बाला में जिम्मेवारी मेरी लगाई गई थी। ईमरजेंसी के बाद चुनाव हुए तो तब जनता पार्टी बनाई गई। कांग्रेस हारी और नई सरकारी बनी। 1980 में भाजपा बनी। अम्बाला चुनाव हुआ तो तब वह बैंक में नौकरी करते थे, वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, मगर संगठन ने उन्हें चुनाव लड़ने को कहा और दो दिन पहले रोहतक बुलाकर उन्हें चुनाव लड़ने को कहा गया जिसमें बाद वह चुनाव लड़े और जीते भी। इस अवसर पर भाजपा नेता सोम चोपड़ा, ओम सहगल, राजीव गुप्ता डिम्पल, विजेंद्र चौहान, किरणपाल चौहान, बीएस बिंद्रा, बब्बू सोनी, रामबाबू यादव, नरेंद्र राणा, श्याम सुंदर अरोड़ा, फकीरचंद सैनी, ललित चौधरी, सुरेंद्र बिंद्रा, अजय बवेजा, ललता प्रसाद, बलविंद्र सिंह शाहपुर एवं भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। Post navigation पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने टांगरी नदी पर काज-वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया कार्यकर्ता और जनता का सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि : नायब सैनी