1 अप्रैल को आएगा परिणाम कौन हुआ पास और कौन हुआ फेल गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने का जारी हो चुका फरमान दाव पर लगा अनेक विद्यार्थियों और अध्यापकों का भविष्य फतह सिंह उजाला गुरुग्राम 23 मार्च । अब प्रशासन स्कूल या फिर कोर्ट, इनमें से किसकी होगी परीक्षा ! यह सवाल बीते कुछ समय से चर्चा और चिंता का विषय बना हुआ है। चिंता अध्यापक वर्ग सहित अभिभावकों में बनी हुई है । इसका मुख्य कारण है 1 अप्रैल 2024 से सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूल और प्ले स्कूलों को बंद करने के फरमान जारी हो चुके हैं । यह फरमान भी शासन अथवा प्रशासन के नहीं है, बलिक पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के द्वारा दिए जा चुके हैं । इन आदेशों की पालना सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश संबंधित शिक्षा अधिकारियों के पास पहुंच चुके हैं। अब यह तो 1 अप्रैल 2024 को ही परिणाम सामने आएगा कि इस पूरे मामले में कौन पास हुआ और कौन फेल हुआ ? रोचक बात यह रहेगी देखने वाली की कोर्ट के आदेशों की पालना नहीं होने पर कौन-कौन जिम्मेवार ठहराए जाएंगे, किस प्रकार की सजा का प्रावधान किया जाएगा ? उपलब्ध जानकारी के मुताबिक पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश क्रमांक 184 सी डब्ल्यू पी – 2018 के तहत हरियाणा शिक्षा विभाग के अनुसार सभी गैर मान्यता प्राप्त और प्ले स्कूल को 1 अप्रैल 2024 तक बंद किया जाना है। इतना ही नहीं 1 अप्रैल से शिक्षा सत्र आरंभ होने को ध्यान में रखते हुए शिक्षा अधिकारियों के द्वारा जोर-शोर से इस बात का प्रचार किया जा रहा है कि अभिभावक गैर मान्यता प्राप्त स्कूल अथवा प्ले स्कूल में अपने बच्चों का एडमिशन नहीं दिलाएं । बच्चों का एडमिशन करवाने से पहले स्कूलों की संबंधित बोर्ड से मान्यता की आवश्यक पुष्टि कर ली जाए। दूसरी और अभी तक ऐसे मामले भी स्कूलों से संबंधित रहे हैं जिन स्कूल अथवा स्कूल प्रबंधन समिति या संचालकों के द्वारा स्थाई मान्यता नहीं ली गई थी। ऐसे मामलों में वर्ष दर वर्ष विशेष रूप से हरियाणा शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त कर बच्चों को पढाने का सिलसिला जारी रखा गया। कथित रूप से इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है की स्कूलों को मान्यता स्थाई रूप से लेनी होगी या फिर पहले की तरह वार्षिक मान्यता मिल सकेगी। जिला गुरुग्राम में जिला मुख्यालय गुरुग्राम पर विभिन्न आकर्षक नाम से स्कूल खुले हुए हैं । इनमें प्ले स्कूल तथा सामान्य स्कूल भी शामिल है । सामान्य स्कूलों में कक्षा 10 और 12 तक शिक्षा छात्रों को उपलब्ध करवाई जा रही है । जिला गुरुग्राम में चार खंड अथवा ब्लॉक गुरुग्राम, पटौदी, सोहना और फरुखनगर शामिल है । इन सभी खंड अथवा ब्लॉक में भी विभिन्न स्कूल और प्ले स्कूल अपना अपना काम कर रहे हैं । जानकारी के मुताबिक जिला गुरुग्राम में गैर मान्यता प्राप्त प्ले स्कूल और स्कूल की संख्या लगभग 160 से अधिक बताई जा रही है। विभागीय पत्र के मुताबिक फरवरी में ही संबंधित शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज कर 3 दिन में गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों और प्ले स्कूलों के खिलाफ करवाई की रिपोर्ट भेजना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए । साथ में यह भी कहा गया कि इन आदेशों की दृढ़ता पूर्वक पालन की जाए जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई ऐसे समय में किया जाना सुनिश्चित किया गया है । अब चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है, लोगों में इस बात को लेकर भी जिज्ञासा बनी हुई है क्या गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालक और इनमें शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के अभिभावक अपना गुस्सा सत्ता पक्ष के प्रति जाहिर करेंगे ? या फिर सरकार की तरफ से ऐसा रास्ता निकाला जाएगा, जिससे कि कोर्ट के आदेश का सम्मान बना रहे तथा स्कूल और बच्चों को भी राहत मिल जाए । हालांकि इस बात की संभावना नहीं के बराबर बनी हुई है। दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों के द्वारा अपने यहां वार्षिक महोत्सव सहित अन्य कार्यक्रम के मौके पर विशेष रूप से सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता आ रहा है। इसी कड़ी में देखा जाए तो वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने-अपने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है। जिला गुरुग्राम में गैर मान्यता प्राप्त स्कूल और प्ले स्कूल में अनगिनत विद्यार्थी जहां अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वहीं बड़ी संख्या में अध्यापक वर्ग भी इन्हीं स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं । जिस प्रकार से पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के द्वारा कठोर आदेश 1 अप्रैल 2024 से सभी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने के लिए गए हैं। उसे ध्यान में रखते हुए इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं की मार्च का महीना खत्म होते ही अभिभावकों और स्कूल संचालकों में निश्चित रूप से खलबली और हड़कंप मच सकता है । अभी तक जिला में कितने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की पहचान कर 1 अप्रैल से इनमें एडमिशन नहीं होना सुनिश्चित किया जा चुका है ? इस बात की भी ठोस जानकारी नहीं मिल सकी । अब तो 1 अप्रैल तक इंतजार करने का ही विकल्प बचा है इस दिन कौन पास होगा और कौन फेल होगा ? Post navigation रेरा ने RC की शर्तों का पालन न करने पर 20 प्रमोटरों की 7 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि की जब्त शहीदों के बलिदान की बदौलत ही हम आज खुली हवा में सांस ले रहे है : पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह