पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन को मोदी ने ईडी से गिरफ्तार करवाया और अब दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी से मनीलाड्रिंग केस में गिरफ्तार करवाके लोकतंत्र व लोकतांत्रिक परम्पराओं की हत्या की है : विद्रोही
कांग्रेस के बैंक खाते वर्ष 2017-18 की आयकर रिटर्न 30 दिन देरी से दायर करने व कांग्रेस सांसदों से 14 लाख रूपये नकद चंदा लेने के नाम पर फ्रीज ही नही किए गए अपितु आयकर अधिनियम व परम्पराओं को तांक पर रखकर कांग्रेस पर 215 करोड़ रूपये का जुर्माना भी लगा दिया गया ! विद्रोही 

भारत के लोकतंत्र प्रेमी, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्षधर हर नागरिक, नेता, राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता के लिए यह करो या मरो की स्थिति है : विद्रोही

22 मार्च 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मोदी-भाजपा सरकार द्वारा सत्ता दुरूपयोग से लोकसभा चुनाव से ठीक पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी से गिरफ्तार करवाने के कुकृत्य की कठोर आलोचना करते हुए इसे स्वतंत्र-निष्पक्ष चुनाव करवाने में बडा अवरोध बताया। विद्रोही ने कहा कि पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमेंत सोरेन को मोदी ने ईडी से गिरफ्तार करवाया और अब दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी से मनीलाड्रिंग केस में गिरफ्तार करवाके लोकतंत्र व लोकतांत्रिक परम्पराओं की हत्या की है। मोदी इतने पर नही रूके अपितु सत्ता दुरूपयोग से सभी नैतिकता को तांक पर रखकर आयकर रिटर्न समय पर नही भरने के नाम पर कांग्रेस के बैंक खाते सीज करवाकर कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का षडयंत्र रचा ताकि कांग्रेस धन के अभाव में चुनाव प्रचार ही न कर सके। आश्चर्य है कि कांग्रेस के बैंक खाते वर्ष 2017-18 की आयकर रिटर्न 30 दिन देरी से दायर करने व कांग्रेस सांसदों से 14 लाख रूपये नकद चंदा लेने के नाम पर फ्रीज ही नही किए गए अपितु आयकर अधिनियम व परम्पराओं को तांक पर रखकर कांग्रेस पर 215 करोड़ रूपये का जुर्माना भी लगा दिया गया।  

विद्रोही ने कहा कि सबसे बडा आश्चर्य यह है कि देश की आजादी के 76 साल बाद पहली बार आयकर विभाग ने किसी राजनीतिक दल से आयकर वसूला है जबकि कानून अनुसार राजनीतिक दलों पर आयकर नही लगता। इस तथ्य को जानकर भी किसी संवैद्यानिक संस्था व अदालत में चुनाव से ठीक पूर्व कांग्रेस के साथ हुए इस अन्याय के खिलाफ नोटिस तक नही लिया जो और भी दुर्भाग्यपूर्ण है। जब कोर्ट, चुनाव आयोग सहित सभी संवैद्यानिक संस्थाएं लोकतंत्र को कुचलने व चुनाव प्रचार में सभी को बराबर प्लेयिंग फील्ड देने के संवैद्यानिक दायित्व से आंखे मूंदकर अंधे, बहरे व गूंगे बन जायेेंगे तब भारत में लोकतंत्र बचा ही कहां है? राहुल गांधी ने सौ प्रतिशत सही कहा है कि आज भारत में लोकतंत्र खत्म हो चुका है और मोदी-भाजपा सत्ता दुरूपयोग से किसी भी तरह लोकसभा चुनाव 2024 जीतने के कुप्रयास में है।  

विद्रोही ने कहा कि सबकुछ शीशे की तरह साफ सबके सामने होने पर भी संवैधानिक संस्थाओं की चुप्पी बताती है कि वे न तो निष्पक्ष रही और न स्वतंत्र रह गई है। लोकसभा चुनाव 2024 में यदि मतदाताओं ने वोट की चोट से भाजपा को करारा सबक सिखाने कांग्रेस-इंडिया गठबंधन का साथ देकर भारत के लोकतंत्र, संविधान व गंगा-जमुनी तहजीब को नही बचाया तो भारत में यह अंतिम चुनाव होगा और लोकतंत्र के नाम पर संघी फासीजम की तानाशाही भारत में कायम हो जायेगी। विद्रोही ने कहा कि । यदि मोदी-भाजपा-संघ के फासीजम के खिलाफ जनता ने बगावत नही की तो न केवल उनका अपितु देश का भविष्य भी अंधकारमय होना तय है और भारत का लोकतंत्र बनाना रिपब्लिक में बदल जायेगा।      

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