भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। आज भाजपा की लोकसभा चुनाव 2024 की पहली लिस्ट घोषित हुई, जिसमें 195 सांसद उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि उसमें हरियाणा का कोई भी नाम शामिल नहीं है, जबकि हरियाणा से लगते हुए दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में उम्मीदवारों की घोषणा हुई है। हरियाणा में चर्चा यह चली है कि यहां टिकट बंटवारे पर संशय के बादल छाये हुए हैं और हाईकमान को ऐसा लगता है कि लिस्ट घोषित होने के बाद कहीं कोई विवाद तो न खड़ा हो जाएगा, क्योंकि हरियाणा में कई सीटों पर बड़ी भ्रामक सी स्थिति आती है। जैसे गुरुग्राम में राव इंद्रजीत के साथ सुधा यादव और भूपेंद्र यादव के नाम लिए जा रहे थे। भूपेंद्र यादव को तो अलवर से उम्मीदवार बना दिया गया है लेकिन फिर भी सुधा यादव का नाम तो बाकी है। इसी प्रकार हिसार में भी चौ. बीरेंद्र सिंह का कहना था कि जजपा से गठबंधन नहीं होना चाहिए और भी नहीं। अत: उन्हें प्रसन्न होना चाहिए परंतु समस्या यह है कि जजपा का उम्मीदवार तो वहां न होगा लेकिन कुलदीप बिश्नोई की दावेदारी भी बड़ी सशक्त है और यहां ऐसी चर्चा है कि पार्टी भी छोड़ी जा सकती है। इसी प्रकार सिरसा पर नजर डालें तो वहां सुनीता दुग्गल और अशोक तंवर के नामों में भ्रामक स्थिति है। ऐसे ही भिवानी, रोहतक, फरीदाबाद आदि के नाम लिए जा सकते हैं। भाजपा का जजपा से गठबंधन है। जजपा प्रधानमंत्री की रेवाड़ी रैली के बाद आश्वस्त थी कि उसे हरियाणा में लोकसभा चुनाव लडऩे का मौका अवश्य मिलेगा परंतु नहीं मिला। इससे जजपा में भी असंतोष है और उनका कहना है कि हम दसों सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और आज रविवार को उनकी विशेष बैठक भी होने वाली है। देखना होगा कि उसमें क्या निर्णय होता है?इसी प्रकार की अनेक ऐसी बातें हैं जिनमें विवाद की संभावना है लेकिन हरियाणा के प्रभारी बिपल्व देव को केरल से टिकट मिल गई है तो वह वहां चले जाएंगे और हरियाणा कमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हाथ ही रहेगी। देखना होगा मुख्यमंत्री इस परीक्षा में क्या परिणाम लेकर आते हैं ? Post navigation केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों ने देश व प्रदेश की तस्वीर व तकदीर बदलने का किया कार्य : राव नरबीर भाजपा सरकार सत्ता के नशे में मंदिरों को तुड़वा रही है-चौधरी संतोख सिंह