हरियाणा पर कुल 4,51,368 करोड़ रुपए हुआ कर्ज, सच्चाई से नजर चुरा रही सरकार- हुड्डा

नए लोन के 67,163 करोड़ में से पुराना लोन चुकाने में ही खर्च हो जाएंगे 64,280 करोड़ रुपए- हुड्डा

चंडीगढ़, 27 फरवरीः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधानसभा में बजट पर बोलते हुए इसे पूरी तरह आंकड़ों की लीपापोती करार दिया। हुड्डा ने कहा कि इस सरकार ने प्रदेश पर कर्ज बढ़ाने के अलावा कुछ नहीं किया। आज हरियाणा पर कुल 4,51,368 करोड़ रुपए (आंतरिक कर्ज- 3,17,982, स्मॉल सेविंग- 44000, बॉर्ड व कॉरपोरेशन- 43,955, बकाया बिजली बिल व सब्सिडी- 46,193) का कर्जा हो चुका है। लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार इस सच्चाई से नजर चुराती नजर आ रही है।

हुड्डा ने कहा कि वर्ष 2024-25 के लिए भी सरकार ने 67,163 करोड रुपए लोन लेने की बात कही है। जबकि पिछले लोन और उसके ब्याज के भुगतान में ही सरकार को 64,280 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। यानी नए कर्ज की 95.7 प्रतिशत राशि पुराने लोन की किश्त देने में ही खर्च हो जाएगी।

इसी तरह सरकार द्वारा बजट में 55,420 करोड़ के पूंजीगत निर्माण में व्यय करने की बात कही गई। लेकिन अगर इसमें से कर्ज की किश्त व पेशगी घटा दी जाए तो यह राशि सिर्फ 16,280 करोड़ रुपए ही बचती है। यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। इतनी राशि से बजट में की गई घोषणाओं को पूरा करना असंभव है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बजट सिर्फ आय और खर्च का लेखा-जोखा नहीं होता, बल्कि ये प्रदेश में विकास की दिशा भी तय करता है। लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे महज एक वित्तीय औपचारिकता बनकर रख दिया है। पिछले साढ़े नौ साल में इस सरकार ने जितने भी बजट पेश किए हैं, उनमें किए गए दावे और वादे कभी जमीन पर नहीं उतर पाए। नई कल्याणकारी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की बजाय इस सरकार ने कांग्रेस कार्यकाल की 100-100 गज प्लॉट आवंटन वाली योजना को ही बंद कर दिया। पक्की नौकरियां देने की बजाय कौशल निगम की ठेकेदारी प्रथा शुरू की गई। अग्निवीर जैसी योजना को लागू करके युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। किसानों की आय डबल करने का वादा करके उनकी लागत को कई गुना बढ़ा दिया गया।

एक किस्सा सुनाते हुए हुड्डा ने कहा कि एकबार गांव में एक बच्चा मिठाई के लिए रो रहा था। एक बुजुर्ग आया जिसने बच्चे को उठाकर टांड पर बैठा दिया। बच्चा रोने लगा और मिठाई की मांग छोड़कर, नीचे उतारने के लिए रोने लगा। बीजेपी-जेजेपी ने भी हरियाणा की जनता के साथ यहीं खेल खेला है। युवा पक्की नौकरी मांग रहे थे तो सरकार ने उन्हें कौशल निगम और अग्निवीर की की टांड पर बैठा दिया। इसी तरह किसान दोगुनी आय मांग रहे थे, उन्हें कई गुना लागत की टांड पर बैठा दिया।

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