वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 23 फरवरी : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र के विशेष दौरे हेतु पहुंचीं। गुरुकुल पहुंचने पर ओएसडी टू गर्वनर गुजरात डाॅ. राजेन्द्र विद्यालंकार सहित आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान राधाकृष्ण आर्य, गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग, निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सुबे प्रताप, व्यवस्थापक रामनिवास आर्य एवं मुख्य संरक्षक संजीव आर्य ने बुके देकर राज्यपाल महोदया का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर रमेश चंद, महावीर मलिक, आनन्द सिन्हा, संदीप कुमार, पंकज कुमार, नवदीप मान, रमन कुमार, सुरेश कुमार, अनिल कुमार, अशोक कुमार, महक सिंह, हरि कुमार दिलबाग सिंह, संरक्षक महावीर आर्य, दिनेश आर्य, जतिन आर्य, सुन्दर लाल आदि उपस्थित रहे। डाॅ. राजेन्द्र ने महामहिम राज्यपाल महोदया को आचार्य श्री देवव्रत द्वारा लिखित ‘प्राकृतिक खेती’ पुस्तक भी भेंट की। डाॅ. राजेन्द्र विद्यालंकार जी के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुकुल की गोशाला, अश्वशाला, एनडीए एवं काॅम्पीटेटिव विंग, आर्ष महाविद्यालय और नेचरकेयर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने गुरुकुलीय शिक्षा पद्धति पर विस्तृत चर्चा की और बालिकाओं की शिक्षा भी गुरुकुलीय पद्धति से हो, ऐसा सुझाव दिया। गुरुकुल परिसर के उपरान्त राज्यपाल महोदया प्राकृतिक कृषि फार्म पर पहुंची जहां पर डाॅ. हरिओम ने आचार्य श्री देवव्रत के मार्गदर्शन में चल रहे प्राकृतिक कृषि मिशन के विषय में विस्तार से बताया। फार्म पर राज्यपाल महोदया ने ‘कमलम्’ फल की खेती में विशेष रूचि दिखाई। यहां पर एक ही समय में कई फसलों के माॅडल को देखकर भी राज्यपाल आनंदीबेन ने प्रशंसा की। उन्होंने डाॅ. हरिओम से प्राकृतिक और जैविक खेती के बीच मुख्य अन्तर को लेकर सवाल किया जिस पर डाॅ. हरिओम ने सरल शब्दों में बताया कि जैविक के नाम पर तथाकथित कंपनियां किसान को लूट रही हैं और मोटे दाम पर जैविक खाद व दवाइयां बेच रही हैं जबकि प्राकृतिक खेती में गोमूत्र और गोबर से बनाये जाने वाले जीवामृत और घनजीवामृत के प्रयोग से ही फसलों को सभी आवश्यक तत्त्वों की पूर्ति हो जाती है। प्राकृतिक खेती में किसान को लाभ ही लाभ है, कोई अतिरिक्त खर्च नहीं जबकि जैविक खेती बहुत खर्चीली है। अन्त में गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग ने राज्यपाल महोदया को गुरुकुल पधारने पर आभार व्यक्त किया। Post navigation लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कुरुक्षेत्र सीट से भाजपा की टिकट के लिए महामंडलेश्वर डा. शाश्वतानंद गिरि महाराज ने दावेदारी पेश की धनीरामपुरा मां बगलामुखी धाम में 27 वां महायज्ञ साढ़े सात लाख आहुतियों के साथ संपन्न