गुडग़ांव, 22 फरवरी (अशोक): संत आसाराम बापू पिछले करीब साढ़े 11 वर्ष से जोधपुर की जेल में बंद हैं और विभिन्न बीमारियों से भी जूझ रहे हैं। गत 13 जनवरी से जोधपुर के एम्स अस्पताल में भी भर्ती हैं। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। 86 वर्षीय बापू को आज तक भी न्यायालय ने किसी तरह की जमानत या पैरोल नहीं दी है। जबकि इस प्रकार की सजा काट रहे लोगों को जमानत व पैरोल भी समय समय पर मिलती रही है। उन्हें पैरोल न देकर बापू के मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है।

उक्त बात श्री योग वेदांत सेवा समिति व महिला उत्थान मंडल तथा युवा सेवा संस्थाओं द्वारा वीरवार को सैक्टर 12 स्थित संत आसाराम आश्रम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही। संस्था के रामा भाई ने कहा कि बापू ने समाज कल्याण के कार्यों में अपना पूरा जीवन लगा दिया और राष्ट्र उत्थान के लिए भी उन्होंने बड़े कार्य किए। उनके द्वारा किए गए कार्यों का लाभ असंख्य लोगों को मिला, लेकिन उन्हें साजिश के तहत विभिन्न मामलों में फंसाया गया है। उनका स्वास्थ्य प्रतिदिन गिरता जा रहा है और उन्हें पैरोल भी नहीं दी जा रही है। उन्होंने सरकार व न्यायालय से गुहार लगाई है कि बापू की बीमारियों की भयानकता को देखते हुए उन्हें जमानत या पैरोल पर रिहा किया जाए। उनका कहना है कि आसाराम बापू के अनुयायी शीघ्र ही इस संबंध में विभिन्न प्रदेशों में कार्यक्रमों का आयोजन कर सरकार से मांग करेंगे कि उनके मौलिक अधिकारों का हनन न कर उन्हें पैरोल आदि दी जाए, ताकि वे बाहर आकर अपना उपचार करा सकें। उनका कहना है कि उनका उपचार सही रुप से नहीं हो पा रहा है जिससे उनके अनुयायी बड़े दुखी हैं।

इस अवसर पर संस्था से जुड़े हेमंत, सतीश चंद, मोनिका सहरावत सहित अन्य साधक भी मौजूद रहे। साधकों ने भी संस्था से आग्रह किया कि बापू के स्वास्थ्य को देखते हुए उनको जेल से रिहा कराने के प्रयास किए जाएं, ताकि साधकों की भावना आहत न हो।

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