……. किसान हरियाणा में पहले भी थे, किसान आज भी है

राज्यपाल के अभिभाषण का समर्थन करते हुए बोले एमएलए एडवोकेट जरावता

कांग्रेस शासन काल और भाजपा शासन काल की रामराज से की तुलनासीए

म मनोहर लाल खट्टर ने 1 इंच भी जमीन अधिग्रहण नहीं की

अब है रामराज, भावांतर योजना मिल रही- मुआवजा मिल रहा

फतह सिंह उजाला 

पटौदी 21 फरवरी । बजट सत्र के दौरान हरियाणा विधानसभा में रामराज अथवा राम राज्य चर्चा का केंद्र बना रहा राज्यपाल के अभी भाषण का समर्थन करते हुए पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा ‘सकल हंस में राम विराजे – राम बिना कोई धाम नहीं’। पिछले कई दिनों से किसान और किसान आंदोलन दो भी गम चर्चा सहित मुद्दा बना हुआ है एमएलए एडवोकेट जरावता  का संबोधन रामराज और किसानों पर ही रहा

राज्यपाल के अभिभाषण का समर्थन करते हुए उन्होंने पूछा जब मिर्चपुर में दलितों के घर जलाए गए, क्या वो रामराज था ? या रामराज यह है जब मनोहर सरकार में गरीबों को घर बना कर दिए जाते हैं, यह है रामराज । क्या वह रामराज था, जब पर्ची से और जमीन गिरवी रखकर सरकारी नौकरी मिलती थी ? आज नौजवान घर-घर कह रहे हैं भला हो मनोहर लाल का, भला हो भाजपा सरकार का। युवा खूब पढ़े-लिखे रहे हैं मेरिट के आधार पर नौकरियां लग रही हैं । युवा पढ़ते ही रहेंगे, यह है व्यवस्था परिवर्तन। उन्होंने विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा रामराज की परिकल्पना जो आप रखते हैं क्या वह थी ! एमएलए एडवोकेट जरावता ने कहा सत्ता आती जाती रहती है । लेकिन व्यवस्था जल्दी से नहीं बदलती । अगर व्यवस्था बदली है तो हरियाणा प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान बदली है । आज पूरे देश के लोग आकर हरियाणा में अध्ययन कर रहे हैं । हरियाणा में व्यवस्था कैसे बदली ? व्यक्तिगत अनुभव बताते उन्होंने कहा मैं स्वयं भगत भोगी हूं, क्या मेरिट आधार पर भी नौकरी लग सकती है ? एमएलए एडवोकेट जरावता विपक्ष को आडे हाथ लेते कहा, उनके 10 साल में कितने ( सरकारी नौकरी) लगे ? यहां (भाजपा सरकार)10 साल में कितने लगे, दोगुना से ज्यादा डेढ़ लाख से ज्यादा अभी-अभी लगे हैं । आंकड़े देखकर बोला करो।

एमएलए एडवोकेट जरावता ने कहा हरियाणा में किस पहले भी थे और हरियाणा में किस आज भी है। किसान सम्मन निधि भाजपा सरकार से पहले आई क्या ? चवन्नी के चेक मुहावजे में मिलते थे। मामला 1810 एकड़, 1128 एकड़, 912 एकड़ या फिर 27 एकड़ का हो, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 1 इंच जमीन भी अधिग्रहण नहीं की है । भाजपा सरकार को न्याय देना है । लेकिन किसानों के साथ अन्याय किया गया, धोखा किया गया, बिल्डरों को जमीन बेची गई, क्या वह राम राज्य था ? उन्होंने कहा राम राज्य अब है । भावांतर योजना मिल रही है, जमीनों का मुआवजा मिल रहा है। उन्होंने एक बार फिर से स्पीकर के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करते कहा, जमीनों का मामला कासन का हो पचगावा का हो। समस्या के समाधान के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए।

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