चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कुलदीप को विजेता घोषित करके सुप्रीम कोर्ट ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को किया संरक्षित : लाल बहादुर खोवाल चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा द्वारा की गई धांधली की हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने की निंदा चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को विजेता घोषित करने के निर्णय को निरस्त करके सुप्रीम कोर्ट ने किया सराहनीय कार्य : लाल बहादुर खोवाल हिसार : चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में की गई धांधली के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले पर हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने प्रसन्नता व्यक्त की है। हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को विजेता घोषित करने के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के फैसले को निरस्त करके सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कुलदीप कुमार को इस चुनाव में विजेता घोषित करके सुप्रीम कोर्ट ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को संरक्षित करने का काम किया है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा की गई साजिश का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में अपने प्रतिनिधि को विजयी बनाने के लिए जनतंत्र को कुचलने का हरसंभव प्रयास किया। अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भाजपा द्वारा चुनाव में की गई धांधली सभी के सामने आ चुकी है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि रिटर्निंग अधिकारी ने आठ बैलेट पेपर पर निशान लगाए, जिस कारण ये अमान्य हो गए। कोर्ट ने माना कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हनन है। इस घटनाक्रम को देखते हुए कोर्ट ने रिटर्निंग अधिकारी के खिलाफ केस चलाने का भी आदेश दिया है। बीजेपी सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा कर कोई भी गलत हथकंडा अपना कर सत्ता हासिल करना चाहती है तथा इसीलिए पूरा देश ईवीएम पर सवाल खड़ा कर रहा है। लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि भाजपा ने देशभर में तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है। किसानों को प्रदर्शन व धरने से रोकने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले व लाठियां बरसाई जा रही हैं। हजारों किसान सरकार के इस तानाशाही रवैये के कारण अपने हकों के लिए हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जूझ रहे हैं। इसी भांति हाल ही में भाजपा ने बिना मंथन किए कई अतार्किक कानून लागू कर दिए हैं। खामियों से भरे इन कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवर व बस चालक चक्का जाम करके प्रदर्शन कर चुके हैं। इसी तरह मृत शरीर सम्मान विधेयक 2023 लागू करके भाजपा ने न्याय की मांग करते हुए सड़क पर शव रखकर धरना-प्रदर्शन करने का अधिकार भी छीन लिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कानून बनाकर भाजपा सरकार अंग्रेजों के जमाने का तानाशाही माहौल बनाना चाहती है ताकि कोई भी नागरिक सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते गरीब, मजदूर, नौकरीपेशा, व्यापारी व पिछड़ा वर्ग सहित हर वर्ग बुरी तरह त्रस्त है। भाजपा ने बड़े-बड़े वादे करके और जनता को बरगलाकर दो बार चुनाव तो जीत लिए हैं लेकिन अब इसकी सच्चाई जनता के सामने आ चुकी है। उन्होंने कहा कि जनता अब भाजपा को सबक सिखाने का मन बना चुकी है। इसकी झलक आने वाले लोकसभा चुनाव व हरियाणा विधानसभा चुनाव में दिख जाएगी। Post navigation न्याय यात्रा के बीच विपक्ष की मुश्किलें ……… धरती को प्यार करो, इसका चेहरा खूबसूरत बन जायेगा, गंगा हृदय रोग से पीड़ित और उपचार कर रहे हैं ब्यूटी पाॅर्लर : राजेंद्र राणा