गलत बिलों को दबाव बनाकर कर पास कराना चाहते हैं कुछ ठेकेदार।

गुरुग्राम : मंगलवार को निगम ठेकेदार अपनी बकाया राशि का जल्द भुगतान को लेकर निगम आयुक्त नरहरि सिंह बांगड़ से उनके कार्यालय में मिले। निगम आयुक्त ने ठेकेदारों की बात को ध्यानपूर्वक सुनकर उनको जल्द से जल्द बकाया सही राशि का भुगतान करवाने का आश्वासन दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को निगम ठेकेदार एसोसिएशन के प्रधान मनीष सैदपुर के नेतृत्व में ठेकेदार राजेन्द्र सिंह, संदीप राठी वगैरह सेक्टर 34 स्थित निगमायुक्त से उनकी काफी महीनों से बकाया राशि को जल्द दिलवाने के बारे में मिले । जिसपर उन्होंने सभी ठेकेदारों से उनकी सही पेपर फॉर्मेलिटी पूरी कर जल्द से जल्द भुगतान करने का आश्वासन दिया है।
वहीं शहर में यह चर्चा है कि एक युटुबर ने निगम ठेकेदारो का इस बारे में एक इंटरव्यू भी युटुब पर डाला है, जिसमें जहां यूट्यूब ने भी ठेकेदारों के बयान पर निगम अधिकारीयों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं,वहीं निगम आयुक्त को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।

जबकि सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि जिस भी ठेकेदार ने यूट्यूबर को जो अपना इंटरव्यू दिया है वह उनकी अपनी निजी राय है इसमें सभी ठेकेदारों की निगम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों को बंद करने की कोई भी मंशा नहीं है। वहीं यह भी क्षेत्र में चर्चा है कि राजेंद्र नामक ठेकेदार तो पिछले 10 वर्षों से ही अधिकारियों के साथ सही गुणवत्ता से कार्य नहीं कर रहा है। उसके कार्य हमेशा ही उंगली उठी है,अगर निगम अधिकारियों द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है तो वह काम ही क्यों नहीं बंद कर देता। उसके द्वारा कराए गए कार्यों में कई दफा क्षेत्रवासियों ने आपत्ति भी जताई है, वहीं संदीप राठी नामक ठेकेदार के कार्यों में भी क्षेत्रवासियों ने निगम अधिकारियों को शिकायत भेजी है,वहीं निगम सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि उसके द्वारा किए गए विकास कार्यों पर विजिलेंस विभाग भी अपनी नजर जमाए बैठा है और कभी भी कोई बड़ा खुलासा सामने आ सकता है। वहीं कई भाजपा पार्षदों और नेताओं पर भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतों पर कार्य कर रही है।

जब निगम में चल रहे विकास कार्यों को बंद करने व ठेकेदारों की हड़ताल पर जाने के बारे में प्रधान मनीष सैदपुर से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि जिस भी ठेकेदार ने विकास कार्य को बंद करने की व हड़ताल पर जाने की बात कही है वह उसके अपने निजी विचार है जो की लगता है उसने आवेश में जाकर कहीं गई है बाकी निगम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों किसी भी सूरत में बंद नहीं किए जाएंगे।

बता दे कि निगम आयुक्त जिन भी फाइलों पर ऑब्जेक्शन लगाकर वापस एनओसी वगैरा लेने की बात कही है उनमें काफी गोलमोल होने का अंदेशा है। जिसमें काफी ठेकेदारों के बिल तो सीवर की साफ सफाई के है, जिनकी शिकायतें भी क्षेत्रवासियों ने निगम अधिकारियों के पास पहुंचाई हुई है,वहीं विकास कार्यों की जानकारी आरटीआई से भी मांगी हुई है। इसके बारे में नवनियुक्त निगमायुक्त ने अधीनस्थ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हुए हैं कि हर विकास कार्य की जांच मौके पर जाकर क्षेत्र वासियों से एनओसी संतुष्टि लेटर लेकर पेपर फॉर्मेलिटी पूरी करके ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाए। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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