राजपूत महासभा जमीन अधिग्रहण मुद्दे को उठाऊंगा विधानसभा मे : विधायक जरावता

इतिहास मे राजपूतो का अहम योगदान:

पटौदी 9 फरवरी । 1903 मे राजपूत सरदारी ने शिक्षा के लिए व सामजिक कार्यों के लिए अपने खुद के पैसे से गुड़गांव दिल्ली रोड पर जमीन खरीदी थी। जिस पर आज एक शिक्षा संस्थान व गरीब बेटिओं की शादी के लिए एक वाटिका बनाई हुई है जिस पर सरकार ने अपनी सख्ती दिखा कर उसको मामूली सा मुआवजा दे कर सरकार अपनी तरफ खींचना चाह रही है जिससे राजपूत समाज मे भारी रोष है और उन्होंने इसलिए लिए केंद्र मे मंत्री से भी गुहार लगाई और खूद हरियाणा सरकार मे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसका मुआवना कर खुद आदेश दिए की ये तो तीन पीढ़ी पुरानी जमीन है इसको जल्द से जल्द रिलीज किया जाए लेकिन मामला ठंडे बस्ते मे होता नजर आया और ना ही कही सुनवाई हो रही है।

इसके चलते शुक्रवार को गुरुग्राम, मानेसर व पटोदी से राजपूत समाज मे पटोदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता के निवास स्थान पहुंच कर इस मामले को उनके संज्ञान मे लाया और एक विज्ञापन के माध्यम से उनसे अनुरोध किया कि वो उनकी मदद कर इस मामले को गंभीरता से ले कर सरकार के समक्ष रखे। इस विषय पर पटोदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता मे राजपूत समाज को आश्वाशन दिया कि राजपूत समाज का सदैव इतिहास मे अहम योगदान रहा है और वो इस मुद्दे को विधानसभा मे पुरजोर तरिके से उठा कर उनकी मांग को सरकार तक पंहुचायेंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने कासन गांव के मुद्दे को उठाया था। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालो मे समस्त राजपूत समाज के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे।

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