· गोहाना में अंधाधुंध फायरिंग और 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की वारदात भयावह और प्रदेश की जर्जर कानून-व्यवस्था का जीता-जागता उदाहरण – दीपेन्द्र हुड्डा · हरियाणा अपराधियों की शरणस्थली बना – दीपेन्द्र हुड्डा · बढ़ते अपराध का कारण बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और नशाखोरी – दीपेंद्र हुड्डा · कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय अपराधियों में क़ानून का था खौफ, आज लोग अपराध और अपराधियों से हैं खौफजदा – दीपेंद्र हुड्डा चंडीगढ़, 29 जनवरी। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने प्रदेश की जर्जर हो चुकी कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि हरियाणा में जंगलराज के हालात बन चुके हैं। आये दिन हो रही बड़ी आपराधिक घटनाओं से आम हरियाणावासी डर के साये में जी रहा है हरियाणा अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। उन्होंने कहा कि गोहाना की प्रसिद्ध मातू राम जलेबी वाले की दुकान पर बदमाशों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग और 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की वारदात भयावह और प्रदेश की जर्जर कानून-व्यवस्था का जीता-जागता उदाहरण है। हरियाणा में लगातार बढ़ते अपराध चिंता का विषय है। ऐसा प्रतीत होता है अपराधियों में क़ानून का भय तो खत्म हो ही गया है, सरकार ने भी अपराधियों के आगे खुद को सरेंडर कर दिया है! दीपेन्द्र हुड्डा ने हाल ही में जारी एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश में समग्र रूप से अपराध घटा है, लेकिन हरियाणा में अपराध तेजी से बढ़ा है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था लचर होने और बेरोजगारी में तेजी से बढ़ोत्तरी के कारण ही अपराध में वृद्धि हो रही है। हत्या, रेप, चोरी, फिरौती, लूट, डकैती आम हरियाणवी की दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं। NCRB के आंकड़े बताते हैं कि BJP-JJP सरकार ने कानून-व्यवस्था का दिवालिया पीट दिया है। हरियाणा की कानून-व्यवस्था यूपी, बिहार से भी बदतर हालत में पहुंच गई है। अपराधी इस कदर बेखौफ हैं कि दिन-दहाड़े होने वाली वारदात के मामले में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बढ़ते अपराध का कारण बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और नशाखोरी है। उन्होंने कहा कि 2005 में जब कांग्रेस की हुड्डा सरकार बनी तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपराधियों को ललकारते हुए कहा था कि या तो वे अपराध छोड़कर मुख्य धारा में आ जाएँ या हरियाणा छोड़ दें, अन्यथा बख्शे नहीं जायेंगे। हुड्डा सरकार के समय अपराधियों में क़ानून का खौफ था, आज लोग अपराध और अपराधियों से खौफजदा हैं। वर्तमान मुख्यमंत्री खट्टर कहते हैं कि मैं हर व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दे सकता। उन्होंने तो अपने कार्यकर्ताओं को लठ्ठ उठाने की सीख दे डाली और एक सभा में कहा ‘लट्ठ उठा लो, जेल जाने से मत डरो, नेता बनकर निकलोगे।’ जब प्रदेश का मुखिया ही ऐसी बयानबाजी कर रहा हो जिससे अपराधियों का हौसला बढ़े, तो फिर अपराध कैसे रुकेंगे। Post navigation कर्मचारी चयन आयोग द्वारा भरे जाएंगे ग्रुप-डी के 13 हजार से अधिक पद : संजीव कौशल हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार, 30 जनवरी, 2024 को सुबह 11 बजे