कैथल, 26/01/2024 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 487 वें दिन भी जारी रहा, धरना स्थल पर गणतंत्र दिवस मनाया गया,धरने की अध्यक्षता रामकली जांगड़ा ने की , उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त महोदय कैथल ने जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल की मांग मुद्दों के समाधान के लिए 26 जनवरी तक का आश्वासन दिया था,जो कि आज खत्म हो गया है, जिला प्रशासन की ओर से अभी तक हमें कोई भी संदेश प्राप्त नहीं हुआ,हम 28 जनवरी तक जिला प्रशासन का इंतजार करेंगे, यदि जिला प्रशासन बुलाता है तो हम प्रशासन का स्वागत करेंगे अन्यथा 29 जनवरी को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल का एक प्रतिनिधिमंडल जिला उपायुक्त महोदय कैथल से मुलाकात करेगा, और इस संबंध में जानकारी लेगा तथा इस जानकारी के पश्चात आगामी आंदोलन की रुपरेखा तय की जाएगी ।

धरना स्थल से आज काफी संख्या में जन शिक्षा अधिकार मंच के सदस्य और सहयोगी साथी संयुक्त किसान मोर्चा व मजदूर, कर्मचारी और ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर ट्रैक्टर, वाहन मार्च में शामिल हुए। सभी आंदोलनकारी साथी जिला सचिवालय कैथल के आगे से निकल कर पेहवा चौंक होते हुए अनाज मंडी कैथल और इसके पश्चात ड्राइवरों द्वारा जारी अनिश्चितकालीन धरने का भी समर्थन किया गया। आंदोलनकारियों ने केंद्र सरकार की निन्दा करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार संवैधानिक दायित्वों से किनारा कर रही है और असंवैधानिक कार्य कर रही है। केंद्र सरकार ने स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार एम एस पी देने और बिजली बिल 2023 को वापिस लेने का किसानों से वायदा किया था लेकिन इस वायदे से केंद्र सरकार मुकर गई है,इस किए गए वायदे को अभी तक भी लागू नहीं किया गया है। किसान नेता महेंद्र सिंह ने कहा कि यह आंदोलन सरकार को चेताने के लिए है और संविधान के समर्थन में पूरे देश भर में ट्रैक्टर मार्च किया जा रहा है।

भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत के प्रदेश अध्यक्ष होशियार सिंह गिल ने कहा कि किसान पुनः शांतिप्रिय आंदोलन चलाएंगे और केंद्र सरकार को झुकना पड़ेगा। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान शिवचरण ने कहा कि केंद्र सरकार धड़ल्ले से सरकारी विभागों का निजीकरण कर रही है, इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और 16 फरवरी को भारत बंद किया जाएगा,16 फरवरी को हड़ताल, प्रदर्शन व ग्रामीण बंद का आह्वान भी किया गया है।

जन शिक्षा अधिकार मंच के प्रैस प्रवक्ता सुरेश द्रविड़ ने हिट एंड रन कानून के विरोध में तितरम मोड़ कैथल में चल रहे धरना का जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल की ओर से समर्थन किया गया और इस मौके पर सुरेश द्रविड़ ने कहा कि केंद्र सरकार सभी ड्राइवर भाईयों के लिए न्यूनतम वेतन 26000 रुपए प्रतिमाह तय करें,अनाप शनाप बढ़ाए गए चालान के रेट वापिस हो, भारतीय न्याय संहिता में ड्राइवरों के लिए 10 साल सजा व 5 लाख जुर्माने के प्रावधान को रद्द करें, दुर्घटना में मृत्यु की स्थिति में ड्राइवर के आश्रितों को 20 लाख रुपए व अपंगता में 10 लाख रुपए के मुवावजे का प्रावधान केंद्र सरकार करें, सभी ड्राइवरों को इएसआई पीएफ सहित सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिले,60 साल की उम्र के बाद 10000 रुपए मासिक पेंशन का प्रावधान के लिए बंदोबस्त और कानून बनाए, ड्राइवरों के लिए कल्याण कोष और बोर्ड भी गठित हो।

केंद्र सरकार को सच्चे अर्थों में गणतंत्र लागू करना चाहिए। जनता के सभी तबकों को एक दूसरे की समस्यायों को जानने, समझने और सहयोग करने की आवश्यकता है, हमें भी गणतंत्र को गणतंत्र बनाने में सहयोग करना चाहिए।जन शिक्षा अधिकार मंच के संयोजक जयप्रकाश शास्त्री ने सभी साथियों को 75 वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी, धरने पर आज माम चंद, सुभाष जांगड़ा, रमेश हरित, कमलकांत वर्मा, इंद्र सिंह धानिया, मियां सिंह, रामशरण राविश, बलवंत रेतवाल, हजूर सिंह, नरेश रोहेड़ा, प्रेमचंद, रमेश देबण, सतबीर प्यौदा आदि भी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!