किताबी ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों में नैतिकता और संस्कार होने चाहिए: दत्तात्रेय

विद्यार्थी नवाचार को अपनाकर रोजगार सजृन का कार्य करें: राज्यपाल

देश व समाज की तरक्की के लिए महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी: राज्यपाल

महामहिम राज्यपाल ने चौ. बंसी लाल विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में एक मानद, पांच पीएचडी, 22 टॉपर विद्यार्थियों को प्रदान किए गोल्ड मेडल

-दीक्षांत समारोह में स्नातक के 6500, स्नातकोत्तर के 1544 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई
-स्वामी सदानंद महाराज को उल्लेखनीय सामाजिक कार्यों के लिए मानद उपाधि से अलंकृत किया गया

महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालय परिसर में धनवंतरी हर्बल गार्डन का किया उद्घाटन

भिवानी, 15 जनवरी। महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि युवाओं में किताबी ज्ञान के साथ-साथ नैतिकता व संस्कारों का होना जरूरी है। नई शिक्षा नीति में भी नैतिक मूल्यों को महत्व दिया गया उन्होंने कहा कि जीवन में धन और स्वास्थ्य से अधिक चरित्र मूल्यवान है। विद्यार्थियों को केवल अपने रोजगार की तरफ ध्यान न देकर नवाचार और नई-नई तकनीक अपनाकर रोजगार सृजन करने वाला बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश को विकसित राष्ट्र व भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के संकल्प को साकार करने में युवाओं की भूमिका जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिला जितनी उच्च स्तर पर जाएंगी, देश भी उतनी ऊंचाई पर जाएगा।

महामहिम राज्यपाल श्री दत्तात्रेय सोमवार गांव प्रेम नगर स्थित चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल ने एक मानद, पांच पीएचडी, 22 टॉपर विद्यार्थियों को प्रदान किए गोल्ड मेडल प्रदान किए। उन्होंने स्नातक के 6500, स्नातकोत्तर के 1544 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। स्वामी सदानंद महाराज को उल्लेखनीय सामाजिक कार्यों के लिए मानद उपाधि से अलंकृत किया। महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विश्वविद्यालय परिसर में धनवंतरी हर्बल गार्डन का भी उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय में पहुंचने पर सबसे पहले राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्मारिका का भी विमोचन किया।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल ने अलंकृत होने वाले विद्यार्थियों का आह्वान कि पढाई व ज्ञान के लिए कमाई के लिए नही होता बल्कि आत्म विश्वास व दृढ़ संकल्प के साथ नौकरी ढूंढने वालों की बजाय नवाचार को अपनाकर नौकरी देने वाले बने। केंद्र सरकार की नीति भी नवाचार को बढाने वाली है। उन्होंने कहा कि आज का यह उपलब्धियों भरा गौरवमय क्षण अथक परिश्रम के साथ-साथ आपके माता-पिता के त्याग, तपस्या और कठोर परिश्रम, आपके गुरुजनों के सहयोग एवं मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय नई तकनीक का है। एक सर्वे के अनुसार 2030 तक विश्व में तीन करोड़ नए रोजगार पैदा होंगे। मुझे विश्वास है कि भारत का युवा नई तकनीक अपनाकर इनमें से दो करोड़ नौकरी अपने हिस्से में लाएगा।

दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले कुल 22 में 19 छात्राएं होने पर महामहिम राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है। यह इस बात का प्रमाण है कि आज महिला प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। स्टार्ट अप और रोजगार सृजन महिलाएं आगे हैं। महिलाओं को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि महिला जितनी उच्च स्तर पर जाएंगी, देश भी उतनी ऊचाई पर जाएगा। हमें महिलाओं का गौरव बढ़ाना चाहिए। उन्होंने चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा कम समय में शैक्षणिक के साथ खेलों, समाज सेवा, नवाचार, सांस्कृतिक क्षेत्र में बड़ी-बड़ी उपलब्धि हासिल करने पर विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा परिसर में 80 प्रतिशत सोलर सिस्टम पर आधारित होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन करते हुए सोलर ऊर्जा को वर्तमान की बड़ी जरूरत बताया और कहा कि इससे ग्रीन एनर्जी पैदा होगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पंद्रह हॉबी क्लब अपने आप में एक नया एवं सफल प्रयोग है। नए शोध व नवाचार से ही विश्वविद्यालय आगे बढ़ सकता है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा अब तक किए शोध की तारीफ की।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजकुमार मित्तल ने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय ने अपने गठन के मात्र 9 साल में शिक्षा अनुसंधान एवं खेलों के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए 16 हॉबी क्लबों का गठन किया गया है। विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के कौशल विकास को विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र निर्माण पर पाठ्यक्रम बनाया है, जिसे देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने लागू किया है। विश्वविद्यालय ने सतत विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पांच गांव को गोद लेकर उनमें पुस्तकालय एवं वाचनालयों की स्थापना की है और विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ कम्युनिटी से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अभी हाल ही में 12 बी का दर्जा हासिल किया है। विश्वविद्यालय द्वारा नौ पेटेंट तथा 310 रिसर्च पेपर प्रकाशित किए हैं। विश्वविद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण,जल एवं ऊर्जा संरक्षण के साथ हर्बल गार्डन में 80 से अधिक विशेष औषधीय पौधे लगाए गए हैं।
कार्यक्रम को स्वामी सदानंद महाराज ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरू था और निकट भविष्य में भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी कल के भारत के कर्णधार हैं।

समारोह में राज्यसभा सांसद पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डॉ डीपी वत्स, विधायक घनश्याम सर्राफ, डीसी नरेश नरवाल, एसपी वरूण सिंगला, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन वीपी यादव, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सोमनाथ सचदेवा, आईजीयू मीरपुर के कुलपति प्रो जेपी यादव, कुलसचिव डॉ ऋतु, एसडीएम दीपक बाबू लाल करवा, एएसपी लोगेश कुमार व तहसीलदार आदित्य रंगा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ठा.विक्रम सिंह के अलावा विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन के लिए अनेक अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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