संघर्ष करते–करते कंगाल व कर्जदार हो गए जयहिन्द

जनता की लड़ाई लड़ने के लिए भामाशाह व दानवीरों की जरूरत

पहरावर मे 2 करोड़ की घोषणा में से मुझे नही मिले 2 रूपए भी – जयहिन्द

हजारों करोड़ रूपए लेकर बैठी राजनीतिक पार्टियां किस मुंह से जनता से मांग रही है पैसे – जयहिन्द

रौनक शर्मा

रोहतक – बीते बुधवार जयहिन्द सेना के सुप्रीमो नवीन जयहिन्द ने अपने टैंट में प्रेसवार्ता कर बताया कि हम संघर्ष करते करते कंगाल व कर्जदार हो चुके है और जनता की लड़ाई लड़ने के लिए दानवीरो व भामाशाह की जरूरत है। इसके लिए आने वाली 14 जनवरी दोपहर 12 बजे मकर सक्रांति के दिन स्टेडियम के सामने खुले आसमान के नीचे टैंट में एक भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमे तन/मन/धन से साथ देने वाले सभी दानवीर भामाशाह का न्योता है।

नवीन जयहिन्द ने जयहिन्द सेना का QR कोड जारी करते हुए कहा की हम पिछले 7 दिनों से टैंट में रह रहे है और हमारे पास जनता की लड़ाई लड़ने के जितने साधन व संसाधन थे सभी खत्म हो चुके है, तो 21 रुपए से लेकर जितना भी दान अपनी श्रद्धासमान दे सकते है।

जयहिन्द 14 जनवरी से 11 दिनों के लिए यह मुहीम चलाएंगे। जो भी दान देने वाले साथी है वे QR कोड स्कैन करके या भंडारे में आकर दान दे सकते है।

जयहिन्द ने कहा की 100 करोड़ से लेकर हजारों करोड़ रुपए पैसों का भंडार राजनीतिक पार्टियों के पास है, फिर भी लोगो से पैसे मांगती है। और हम अपना घर बनवाने के लिए पैसे नही मांग रहे बल्कि हम जो जनता की लड़ाई लड़ रहे है सिर्फ उसके लिए पैसे मांग रहे है। तो जिस भी साथी ने पहले मदद की है और जो साथ अब मदद कर सकता है उनका धन्यवाद व न्योता है।

जयहिन्द ने बताया कि लोगो में यह अफवाह फैली हुई है की पहरावर में जयहिन्द को 2 करोड़ों रुपए का दान मिला है, लेकिन जयहिन्द को उनमें से 2 रुपए भी नही मिले। और वह घोषणा जयहिन्द के लिए नही बल्कि परशुराम मन्दिर के लिए हुई थी।

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