गांव वासियों ने एसवाईएल पानी का धर्मयुद्ध यात्रा में जयहिंद को देशी घी भेंट किया

सुप्रीम कोर्ट को गाय व भैंस का देसी घी गिफ्ट करेंगे जयहिन्द

मुख्यमंत्री केजरीवाल व भगवंत मान को 1-1 लाख रुपए का ईनाम देंगे जयहिन्द

रौनक शर्मा

रोहतक – जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद ने 2 जनवरी को महम चौबीसी के ऐतिहासिक चबुतरे से अपने चार साथियो के साथ एसवाईएल पानी का धर्मयुद्ध यात्रा की शुरुआत की जो दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के सामने तक जायेंगी और सुप्रीम कोर्ट को नए साल पर गाय व भैंस का देसी घी नए साल पर गिफ्ट करके आएंगे। जयहिन्द जैसे-जैसे आगे बढे उनके साथ सैकड़ो लोग यात्रा में शामिल होने लगे व हर गांव में उन्हें लोगों का प्यार व समर्थन मिला। साथ ही गांव के लोगो ने यात्रा में देसी घी भी भेंट किया। यात्रा महम के चबूतरे से शुरू होकर गांव खरखड़ा, मदीना, बहु अकबरपुर, गद्दी खेड़ी होते हुए रोहतक पहुंचे और आगे दिल्ली सुप्रीम कोर्ट तक का सफर यहीं रोहतक से शुरू करेंगे। साथ ही माननीय कोर्ट से अपील करेंगे कि वे एसवाईएल नहर पर कोर्ट के निर्णय को लागू करवाया जाए। जयहिन्द ने 7027-822-822 नंबर जारी करते हुए बताया कि जो भी साथी यात्रा से जुड़ना चाहते है वह इस नंबर पर मिस्ड करे, उनका यात्रा में स्वागत है।

महम व आस -पास गावँ के हज़ारों लोग चबूतरे पर जयहिन्द के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि महम में पानी की बहुत कमी है और जो मिलता है उससे लोगो मे बीमारियां फैल रही है।

जयहिन्द ने घोषणा करते हुए कहा कि हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व भगवंत मान को 1-1 लाख रुपये का ईनाम देंगे अगर वे यह बयान दे कि एसवाईएल नहर का निर्माण व सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू होगा। और उनकी पार्टी के जो छोटे नेता है अगर वे कहते है तो उनके लिए 11 हजार का ईनाम है।

जयहिंद ने आगे कहा कि एसवाईएल के पानी को लेकर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों व कैबिनेट मंत्री की मीटिंग हुई थी। जिसमे भगवंत मान जी ने साफ इंकार कर दिया कि उनके पास हरियाणा को पानी देने के लिए पानी नही है। जबकि गौर करने योग्य बात यह है कि पंजाब से पाकिस्तान पानी जा रहा है तो हरियाणा क्यों नही आ रहा? जबकि हरियाणा पंजाब का छोटा भाई कहा जाता है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि पंजाब की जनता तो चाहती है कि हरियाणा को पानी मिले लेकिन पंजाब की राजनीतिक पार्टियां व राजनेता नही चाहते कि हरियाणा को पानी मिले।

जयहिन्द का कहना है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर साहब को हरियाणा वासियो के लिए एसवाईएल नहर पर सुनवाई के समय सुप्रीम कोर्ट में खड़े रहना चाहिए। ताकि निर्णय जल्द लागू हो सके। अब यह राजनीतिक लड़ाई नही बल्कि न्याययिक लड़ाई है। और जो नेता या अभिनेता हरियाणा के हक़ में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाने की आवाज नही उठा रहा ( एसवाईएल नहर निर्माण के बारे में नही कह रहा) सब गद्दार है।

जयहिन्द ने हरियाणा की जनता के लिए नहर का निर्माण बहुत जरूरी बताया

हरियाणा के लोग बड़े भाई पंजाब से भीख नहीं अपना हक़ मांग रहे है।

पंजाब से पानी पकिस्तान जा रहा है लेकिन हरियाणा को नहीं दिया जा रहा ऐसा क्यों.?

हरियाणा के 22 जिलों में से 17 जिलो में जहरीला पानी पी रहे है हरियाणा के लोग।

पानी की वजह से हरियाणा की 10 लाख एकड़ खेती की जमीन बंजर पड़ी है।

पिछले 42 साल से SYL का पानी हरियाणा को नहीं मिलने से 60% जनता को शुद्ध पीने का पानी भी नहीं मिल रहा।

अशुद्ध जल पीने के कारण इंसानों और पशुओं में कई तरह की लाईलाज बीमारियाँ बढ़ रही है जैसे सफ़ेद बाल हो रहे है और गंजे हो रहे है जल्दी।

80% हरियाणा के गाँवों में भूमिगत जलस्तर (चौवा) एक हजार फ़ीट निचे जा चुका है जिसके कारण किसानों को खेती व आम जनता को पानी की समस्या हो रही है।

अगर SYL का पानी हरियाणा को मिल जाए तो 40 लाख टन अनाज किसान हर साल उगाकर जनता का पेट भर सकते है।

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