– कनार्टक के गर्वनर थावरचंद गहलोत ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित राजमाता विश्वराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में दिया सम्मान। 2 जनवरी, हिसार। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज को प्रतिष्ठित एम.एस. स्वामीनाथन अवार्ड से नवाजा गया है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित राजमाता विश्वराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में ‘वन हेल्थ वन वल्र्ड’ विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्हें सस्य विज्ञान क्षेत्र में एक वैज्ञानिक/विस्तार विशेषज्ञ के रूप में उनके कार्यों के लिए मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे कनार्टक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने उन्हे यह अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड के सदस्य डॉ. बी.एस. द्विवेदी, मेजबान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार शुक्ला व प्रमुख समाजसेवी श्री मोहनी मिश्रा भी मौजूद रहे। इस सम्मेलन का आयोजन एग्री-मीट फाउंडेशन व आरवीएस कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। उल्लेखनीय है कि एम.एस. स्वामीनाथन अवार्ड के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी की ओर से सस्य विज्ञान के क्षेत्र में शैक्षणिक, अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास व विस्तार के क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर विजेता का चयन किया गया है। इसी के फलस्वरूप कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज का चयन कर उन्हें एम.ए. स्वामीनाथन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। प्रो. काम्बोज अंतर्राष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक है और उनके अंतर्राष्ट्रीय जर्नलों, पुस्तकों और तकनीकी पत्रिकाओं में लगभग 300 शोध-पत्र व आलेख प्रकाशित हुए है। प्रो. काम्बोज का पूरे सेवाकाल के दौरान विस्तार शिक्षा का सर्वाधिक अनुभव रहा है। वे किसानों की आम समस्याओं, आवश्यकताओं और उनके आर्थिक-सामाजिक स्तर से अच्छी तरह से परिचित है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ सामूहिक रूप से अनुसंधान कार्य और विस्तार गतिविधियों में उनके अनुभव के आधार पर उनके द्वारा की गई कृषि सिफारिशें किसानों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हुई हंै। बता दें कि वर्तमान में प्रो. बी.आर. काम्बोज चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के 20वें कुलपति के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे बीते 29 सालों से इस विश्वविद्यालय में कुलसचिव सहित विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने शिक्षा, अनुसंधान व विस्तार के क्षेत्रों में नए-नए आयाम स्थापित किए हैं। विश्वविद्यालय ने अपने शोध व शैक्षणिक कार्यक्रमों को सदृढ़ करने के लिए विभिन्न देशों के विश्वविद्यालयों व शोध संस्थानों के साथ समझौते, फसलों की उन्नत किस्में इजाद करने के साथ वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों को विश्व के उच्च स्तरीय विश्वविद्यालयों में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। ग्रामीण आंचल से रखते हैं संबंधप्रो. बी.आर. काम्बोज का हरियाणा के करनाल जिले के दाहा गांव में 2 अप्रैल 1968 में जन्म हुआ। उनकी प्रांरभिक शिक्षा राजकीय उच्च विद्यालय, संघोहा, करनाल से हुई। इसके बाद उन्होंने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से स्नात्तक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की डिग्री हासिल की। प्रो. काम्बोज आरंभ से ही प्रतिभा के धनी रहे हैं और शैक्षणिक परीक्षाओं में उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वे अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट सीआईएमएमवाईटी-आईआरआरआई-सीएसआईएसए में हरियाणा की ओर से 3 साल तक हब को-ओर्डिनेटर, सीनियर रिसर्च मैनेजर के पद को सफलतापूर्वक निभा चुके हैं। इसके अतिरिक्त उन्हें 29 साल से भी अधिक का अध्यापन, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा गतिविधियों का अनुभव प्राप्त है। Post navigation जनवरी महीने में प्रदेश में बने 2,49,763 नए बीपीएल कार्ड खामियों से भरे कानून लागू करके भाजपा जनता को कर रही प्रताड़ित : लाल बहादुर खोवाल