सरकारी डाक्टरों द्वारा की गई हड़ताल फेल हो गई है और हड़ताल पर केवल 26.86 प्रतिशत डाक्टर ही गए- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

आज सरकारी स्वास्थ्य संस्थान सामान्य तौर पर संचालित रहे और किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं हुई- अनिल विज

डाक्टरों की मुख्य मांग स्पेशलिस्ट काडर को लेकर मंजूरी मिल चुकी, मुख्यमंत्री ने भी अपनी अनुमति प्रदान कर दी – विज

चंडीगढ़, 27 दिसम्बर – हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज सरकारी डाक्टरों द्वारा की गई हड़ताल फेल हो गई है और हड़ताल पर केवल 26.86 प्रतिशत डाक्टर ही गए। उन्होंने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थान सामान्य तौर पर संचालित रहे और किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं हुई है।        

श्री विज ने कहा कि डाक्टरों की हड़ताल नाजायज है क्योंकि इनकी मुख्य मांग स्पेशलिस्ट काडर को लेकर मंजूरी मिल चुकी है और इस मांग को मुख्यमंत्री ने भी अपनी अनुमति प्रदान कर दी है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पीजी पोलिसी को लेकर रखी गई मांग को अतिरिक्त मुख्य सचिव ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिस पर प्रक्रिया जारी है। ऐसे ही, एसएमओ की सीधी भर्ती और एसीपी को लेकर प्रक्रिया की जा रही है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों की ज्यादातर मांगों को मान लिया गया है। आज डाक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया गया था परंतु आज डाक्टरों का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए नहीं आया।

देश में कोविड के मामले बढ रहे हैं और कोविड की स्थिति को देखते हुए डाक्टरों को हडताल नहीं करनी चाहिए- विज

        स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी देश में कोविड के मामले बढ रहे हैं और कोविड की स्थिति को देखते हुए डाक्टरों को हड़ताल नहीं करनी चाहिए। इस संबंध में उनके द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक को निर्देश दिए गए है कि किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होनी चाहिए और लोगों के जीवन के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड नहीं होना चाहिए।

स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग        

इन निर्देशों के बाद स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक श्री आर एस पूनिया ने देर सायं राज्य के सभी सिविल सर्जन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हो। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक ने सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि यदि बाहर से किसी भी प्रकार की मैनपावर या किसी अन्य जिलों से मैनपावर या डाक्टरों की जरूरत पड़ती  है तो मुख्यालय के संज्ञान में लाया जाए ताकि अमुक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित रखा जा सके।        

इधर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने हड़ताल पर गए डाक्टरों से अपील करते हुए कहा कि वे हड़ताल को समाप्त करके काम पर लौटें ताकि लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।        

उल्लेखनीय है कि राज्य में कुल मैडीकल आफिसर और सीनियर मैडीकल आफिसर के 3466 पद है जिनमें से केवल 931 डाक्टर हडताल पर रहे हैं। अंबाला में 0, भिवानी में 44, चरखी दादरी में 25, फतेहाबाद में 17, फरीदाबाद में 20, गुरूग्राम में 90, हिसार में 77, जींद में 37, झज्जर में 70, कैथल में 29, कुरूक्षेत्र में 8, करनाल में 59, महेन्द्रगढ में 56, मेवात में 23, पलवल में 76, पंचकूला में 77, पानीपत में 22, रेवाडी में 85, रोहतक में 44, सोनीपत में 37, सिरसा में 10 और यमुनानगर में 25 डाक्टर हडताल पर रहे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!