आरोप – भाजपा सदन को अपने आफिस की तरह चलाने की कोशिश कर रही है, सदन में जवाब को दबाया जाता है, विधायकों को अपनी बात नही रखने देती कांग्रेस और भाजपा दोनों मिले हुए हैं, गीता भुक्कल मामले में सदन में हाई कोर्ट से जांच करवाने का प्रस्ताव पास हो गया, इस जांच से हुड्डा को डर है कि उचाना विवाद की जांच होगी तो उन पर भी उंगली उठेगी इस लिए मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश हो रही है कहा – 10 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और 1 रेजोलूशन दिया था, लेकिन 3 मंजूर हुए विधायकों की कोठी में नवीकरण पर भी बेतहाशा खर्च हो रहा है, कई कोठियों पर 2 से 3 करोड़ खर्च हुआ है, बीजेपी के आफिस और जेजेपी के आफिस और कोठियों पर करोड़ो खर्च किया गया है, हमारी सरकार आने पर ये पैसा वसूला जाएगा चंडीगढ़, 19 दिसंबर। इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने विधानसभा की मीडिया गैलरी में प्रेस वार्ता कर कहा कि कल विधानसभा में एक बड़ी नौटंकी हुई। सीएम को गीता पर हाथ रखकर कसम खानी पड़ी की पर्ची और खर्ची के मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। सीएम को ऐसा करने की जरूरत नही है, उनके पास जांच एजेंसी है, वे कड़ी जांच करवा सकते हैं। सदन में सभी मंत्री बिना तैयारी के आते हैं और झूठे आंकड़े और झूठी सफाई देते हैं। अनिल विज अपने बारे में बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन सोमवार को जहरीली शराब मामले में अपनी रिपोर्ट पढ़ते-पढ़ते परेशान हो गए। विज ने सदन में कहा कि नशे की ओवरडोज के चलते 34 की मौत हुई हैं। आज विधानसभा में चौटाला गाँव के बच्चे आये थे, उनसे पूछा जाए कितने लोग ओवरडोज से मरे हैं। चौटाला गांव में ही ओवरडोज़ से 100 लोगो की मौत हुई है। अभय सिंह ने कहा कि शराब का बहुत बड़ा घोटाला है, इसकी सरकार और विभाग ने अलग-अलग जांच की है। जहां पुलिस शराब का ठेका नही मान रही है, वहीं आबकारी वहां ठेका मान रहा है। राजकुमार बुबका नाम के एक व्यक्ति ने जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा था और उस ठेके में राजकुमार के बेटे की हिस्सेदारी है। भाजपा सदन को अपने आफिस की तरह चलाने की कोशिश कर रही है, सदन में जवाब को दबाया जाता है, विधायकों को अपनी बात नही रखने देती। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि गीता भुक्कल मामले में जब सदन में हाई कोर्ट से जांच करवाने का प्रस्ताव पास हो गया। इस जांच से हुड्डा को डर है कि उचाना विवाद की जांच होगी तो उन पर भी उंगली उठेगी इस लिए मामले को ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश हो रही है। कांग्रेस और भाजपा को बेटियों की कोई चिंता नही है। अगर सिटींग जज जांच नही करे तो सेवानिवृत्त जज से करवाई जाए। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उन्होंने 10 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और 1 रेजोलूशन दिया था, लेकिन 3 मंजूर हुए। सरकारी स्कूलो में अध्यापकों, कमरों और शौचालयों की कमी है। पीपीपी में खामियों के सुधार के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। बेरोजगारी का मामला, बिना पर्ची-ख़र्ची के जॉब नही मिलती। पंचकुला नगर निगम में एपीओ के एक पद के एवज में सिफारिश से 24 लोगों की भर्ती हुई जिसमें स्पीकर का पौता भी जॉब लगा है। पिछले खरीफ सीजन में खराब फसलों के लिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया था, लेकिन स्वीकार नही किए। सीएम और मंत्रियों के हेलीकॉप्टर यात्रा के खर्च की भी अधुरी जानकारी दी है। जवाब में कुछ सालों का हेलीकॉप्टर खर्च जीरो बताया है। विधायकों की कोठी में नवीकरण पर भी बेतहाशा खर्च हो रहा है, कई कोठियों पर 2 से 3 करोड़ खर्च हुआ है। बीजेपी के आफिस और जेजेपी के आफिस और कोठियों पर करोड़ो खर्च किया गया है, हमारी सरकार आने पर ये पैसा वसूला जाएगा। उन्होंने विधायक द्वारा अपने जिले में अधिकारियों की मीटिंग नही बुलाने के सरकार के निर्णय पर कहा कि ये निर्णय कांग्रेस राज में भी हुआ था और कांग्रेस आज इसपर एतराज जता रही है। भाजपा भी कांग्रेस की लाइन पर चल रही है। अगर विधायक के बुलाने पर अफसर नहीं आते तो विशेष अधिकार हनन का मामला बनता है। विधायक का प्रोटोकॉल मुख्यसचिव से बड़ा होता है। उन्होंने सीएम पर मंत्री संदीप सिंह को बचाने का भी आरोप लगाया। Post navigation अभय सिंह चौटाला ने शीतकालीन सत्र के प्रश्रकाल के दौरान प्रदेश में भ्रष्टाचार पर प्रश्र पूछा रेवाड़ी एम्स अभी भी कागजों से बाहर नहीं निकला, बाढ़सा एम्स-2 परिसर के 10 मंजूरशुदा संस्थान भी हुए गायब – दीपेन्द्र हुड्डा