गुरुग्राम : 18 दिसम्बर 2023 – दिनांक 06.05.2023 को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत इंन्शुरेन्स पॉलिसी की समस्या का समाधान करने के नाम पर इसके बैंक खाता से लगभग 1 करोड़ 97 लाख रुपए की ठगी करने के संबध मे दी गई। प्राप्त शिकायत की पुष्टि करने उपरान्त पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

श्री विपिन अहलावत, सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के नेतृत्व मे निरीक्षक जसवीर, प्रबन्धक पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए पुलिस तकनीकी की सहायता से उपरोक्त अभियोग में 04 आरोपियों को दिनांक 16.12.2023 को काबू करने में सफलता हासिल की। आरोपियों की पहचान परविंद्र उर्फ भूरा निवासी माधुपूरा विजयनगर जिला गाजियाबाद, मोहित कौशिक लोनी रोड भोपरा डिफेन्स कॉलोनी जिला गाजियाबाद, आकाश सक्सेना निवासी प्रताप विहार विजय नगर जिला गाजियाबाद व विजय सिंह निवासी बरोला सैक्टर-49, नोएडा जिला गौतमबुधनगर के रूप मे हुई है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी परविंद्र उर्फ भूरा को डिस्ट्रिक्ट पार्क न्यू दिल्ली से, आरोपी मोहित कौशिक को भोपरा चौक उत्तर-प्रदेश से, आरोपी आकाश सक्सेना को प्रताप नगर विजयनगर, गाजियाबाद से व आरोपी विजय सिंह को सैक्टर-49, नोएडा (उत्तर-प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में पीड़ित ने इंश्योरेंस कंपनी में अपनी शिकायत का समाधान करने के लिए शिकायत की हुई थी। आरोपियों ने पीड़ित से इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफिसर बनकर इसकी समस्या का समाधान करने के नाम पर पीड़ित से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। उपरोक्त आरोपियों में आरोपी आकाश सक्सेना ने पीड़ित को कॉल के माध्यम से संपर्क किया व अपने आपको इंश्योरेंस कंपनी का शिकायत अधिकारी बताया व पीड़ित को उसकी शिकायत दूर करने का प्रलोभन देकर फाईल चार्ज, टी.डी.एस. चार्ज, ऑफिस फाईल चार्ज व अन्य प्रकार की बातों में फंसाकर पीड़ित के बैंक खाता से 01 करोड़ 97 लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस जांच मे यह सामने आया है कि पीड़ित से ठगी गयी राशि को 15 बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था जिसे आरोपी परविंद्र उर्फ भूरा व मोहित निकाल लेते थे जिसके लिए उन्हें 8℅ कमीशन मिलता था, व आरोपी विजय उन रुपयों को किसी अन्य व्यक्ति को अपना कमिशन काट कर देता था। उपरोक्त चारों आरोपी अब तक लगभग 60 लोगों के साथ इन्शुरन्स/लोन देने के नाम पर 06 करोड रुपयों की ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके है।

आगामी पूछताछ व बरामदगी के लिए आरोपियों को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके 05 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है। अभियोग का अनुसंधान जारी है।

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