डॉ विनोद अंचल का नया कारनामा: बृजपाल पर 20 लाख रुपये मांग ब्लैकमेलिंग के आरोप लगा दी एसपी को शिकायत, जांच में ठोस साक्ष्य नहीं दे पाया डॉक्टर, डीएपी ने जांच में बताया अस्पताल की शिकायत वापस लेने पर बना रहा है बृजपाल पर नाजायज दबाव

भिवानी। अंचल अस्पताल के संचालक डॉ विनोद अंचल ने अपने अवैध निर्माण को बचाने के लिए सारी हदे पार कर दी हैं। विनोद अंचल का नया कारनामा यह सामने आया है कि उसने स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार पर 20 लाख रुपये मांगकर ब्लैकमेल किए जाने के गंभीर आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक को कर दी। मामले की जांच डीएसपी हैडक्वाटर के समक्ष पहुंची। डीएसपी हैडक्वाटर ने दोनों पक्षों को तलब कर बयान दर्ज किए। डीएसपी ने अपनी जांच में डॉ विनोद अंचल से बृजपाल परमार द्वारा 20 लाख रुपये मांगे जाने के तथ्य मांगे। लेकिन जांच में हिला अवाली के अलावा डॉक्टर बृजपाल सिंह परमार के खिलाफ ब्लैकमेलिंग संबंधी कोई ठोस तथ्य पेश नहीं कर पाया। जबकि बृजपाल सिंह परमार की ओर से जांच में डीएसपी के सम्मुख अपने बचाव के अलावा डॉक्टर अंचल के अवैध निर्माण को लेकर काफी तथ्य और कार्रवाई किए जाने संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेज मुहैया कराए। बृजपाल सिंह परमार ने डीएसपी के समक्ष जांच में यह भी बताया कि उसने अब तक उस पर कितने झूठे मुकदमें दर्ज कराए जो पुलिस जांच के बाद विभाग ने खारिज कर दिए। 

बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि दिनोद गेट स्थित अंचल अस्पताल द्वारा राजपूत समाज की परस/धर्मशाला की भूमि पर अवैध रूप से अस्पताल का निर्माण किया हुआ है। इस संबंध में पंजाब एवं हरियाणा उ”ा न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश में आदेश जारी कर चुके हैं। जिस पर जिला प्रशासन अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नहीं करने पर हाई कोर्ट में अवमानना की कार्यवाही चल रही है। डिविजल कमीशनर रोहतक को भी काफी शिकायतें दिए जाने पर भी अस्पताल संचालक के खिलाफ कोई कार्यवाही न कर उसी की मदद कर रहा था। जिसको लेकर भी बृजपाल सिंह परमार ने डिविजनल कमीशनर के खिलाफ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को शिकायत दी थी। जिस पर विजिलेंस की जांच भी चल रही है। बृजपाल सिंह परमार पर लगाए गए ब्लैकमेलिंग के आरोपों को डॉ विनोद अंचल डीएसपी की जांच में न तो साबित कर पाया न ही कोई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किए गए।

बृजपाल परमार ने जांच में यह भी बताया था कि डॉ अपने अवैध निर्माण को बचाने के लिए ही औछे हथकंडे अपना अनापशनाप आरोप लगा रहा है और अन्य लोगों से भी संगठन की झूठी शिकायतें बारबार कराकर स्टेट रजिस्ट्रार मनीष कुमार लोहान को भी खुद का नजदीकी बताकर संगठन पर नाजायज कार्रवाई की धमकी दे रहा है। बृजपाल सिंह परमार ने जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत डीएसपी की अधिकारिक जांच रिपोर्ट की प्रति कॉपी भी प्राप्त की है। जिसमें स्पष्ट कर दिया गया है कि डॉ विनांद अंचल अपने अवैध निर्माण पर चल रही कार्रवाई को बचाने के लिए न केवल बृजपाल परमार पर ब्लैकमेलिंग के झूठे और निराधार आरोप लगाने की औछी हरकत पर उतर आया है बल्कि पहले भी दर्ज कराए गए झूठे मुकदमों को पुलिस विभाग जांच के बाद उन्हें खारिज कर चुका है।

प्रैस विज्ञप्ति : बृजपाल सिंह परमार

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