सरकारी स्कूलों में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान समझ और शिक्षा स्तर सुधार हेतु राज्य स्तरीय प्रशिक्षण

बुनियादी सुधार के लिए कवायद

गुरूग्राम, 15 दिसंबर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बुनियादी साक्षरता और संख्याज्ञान की समझ बढ़े और शिक्षा स्तर सुधरे इसके लिए चंडीगढ़ में एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग, न्यू दिल्ली) की तरफ से चार दिवसीय ट्रेनिंग आयोजन की जा रही है । एनसीईआरटी एवम एससीईआरटी चण्डीगढ़ दोनो के संयुक्त रूप से इस ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है । यह ट्रेनिंग मंगलवार से शुरू हुई थी जोकि 15 दिसंबर को सम्पन सम्पन्न हुई । इसमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के 100 एफएलएन कोर्डिंनेडर और टीचर एजुकेटर शामिल हुए ।

इस ट्रेनिंग के दौरान पढ़ना क्या है , लिखना क्या है, पैटर्न की समझ, संख्याज्ञान किसे कहेंगे और बच्चे मुख्य रूप से क्या ग़लतियाँ करते है और इनमें कैसे सुधार किया जा सकता है, आदि विषयों पर चर्चा की जा रही है । प्रशिक्षण का मुख्य आधार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और (NCFFS) नेशनल कैरिकलम फ्रेमवर्क फ़ाउंडेशनल स्टेज है । प्रशिक्षक के रूप में एनसीआरटी, नई दिल्ली से मालविका, संध्या संघाईं, निशा नेगी, जशनीत कौर, पुनीता आदि प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है ।

ज़िला गुरुग्राम से जिला एफएलएन समन्वयक मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि इन सभी बातों को लेकर एफएलएन कोर्डिंनेडर और टीचर एजुकेटरों को जानकारी दी जा रही है । इसके अतिरिक्त अलग-अलग शिक्षण विधियों का प्रयोग करना, टीएलएम का प्रयोग करना, पैटर्न, अंकों की पहचान, जोड़, घटा, गुणा, भाग के सवालों को दैनिक जीवन से जोडऩा है, जिससे बच्चे अपने विषय मे बोरियत महसूस ना करे और वह खेल-खेल मे रोचक तरीके से सीखे । रटने की प्रवृति को रोकना है ।

हरियाणा के एफएलएन के कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार और सहायक निदेशक कुलदीप मेहता ने सभी एफएलएन कोर्डिनेटर को समय-समय पर रिफ्रेश कोर्स से खुद को अपडेट रखना तथा शिक्षा तथा मेंटर को प्रेरित करने का संदेश दिया। इस अवसर पर डॉ सुदर्शन पुनिया, कुसुम मालिक, राजेश वशिष्ठ, शक्ति शर्मा, डॉ. अविनाश शर्मा, मनोज कुमार वर्मा, संजीव, असिंद्र कुमार, चरण सिंह, संदीप पचार, विक्रम सिंह, अंजलि चहल, शिवानी, सविता एवम गीतिका मौजूद रहे ।

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