मुख्यमंत्री ने 34,511 किसानों को मुआवजा स्वरूप 97.93 करोड़ रुपये की राशि दी गई शहरी क्षेत्र में वाणिज्यिक संपत्तियों के नुकसान के लिए 6.71 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन, घरों, वाणिज्यिक संपत्तियों के नुकसान के लिए भी लगभग 6 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी चंडीगढ़, 14 दिसंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने जुलाई माह में हुई भारी बारिश व बाढ़ के कारण लगभग 12 जिलों में हुए फसली, संपत्ति, पशुधन व वाणिज्यिक संपत्तियों सहित हुए भारी नुकसान के लिए नागरिकों को मुआवजा दिया गया। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री ने 34,511 किसानों को मुआवजा स्वरूप 97 करोड़ 93 लाख 26 हजार रुपये की राशि दी। मुख्यमंत्री ने आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को दिए गए मुआवजा राशि में 49 हजार 197 एकड़ का वह क्षेत्र भी शामिल है, जिसकी पुनः बिजाई कर दी गई थी। ऐसे क्षेत्र के लिए 7 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की घोषणा पहले ही की गई थी। उन्होंने कहा कि आज दिए गए मुआवजे में कपास की फसल शामिल नहीं है। इसका सर्वे अभी चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक फसलों के नुकसान के लिए यह मुआवजा दिया गया है। अंबाला जिले में लगभग 12.81 करोड़ रुपये, फतेहाबाद में 18.65 करोड़ रुपये, कुरुक्षेत्र में 26.95 करोड़ रुपये, भिवानी में 23.60 लाख रुपये, चरखी दादरी में 5.57 करोड़ रुपये, फरीदाबाद में 1.35 करोड़ रुपये, हिसार में 15.43 लाख रुपये, झज्जर में 1.48 करोड़ रुपये, जींद में 9.89 लाख रुपये, कैथल में 7.99 करोड़ रुपये, करनाल में 3.09 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ में 10.78 करोड़ रुपये, पलवल में 5.40 करोड़ रुपये, मेवात में 53 हजार रुपये, पंचकूला में 23.31 लाख रुपये, पानीपत में 19.88 लाख रुपये, रोहतक में 2.53 करोड़ रुपये, सिरसा में 3.20 करोड़ रुपये, सोनीपत में 5.15 करोड़ रुपये, यमुनानगर में 2.61 करोड़ रुपये और रेवाड़ी में 7 लाख रुपये मुआवजा दिया गया है। शहरी क्षेत्र में वाणिज्यिक संपत्तियों के नुकसान के लिए 6.71 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत श्री मनोहर लाल ने कहा कि शहरी क्षेत्र में वाणिज्यिक सम्पत्तियों के नुकसान के लिए 6 करोड़ 70 लाख 97 हजार 277 रुपये की मुआवजा राशि अनुमोदित की गई है। इसे शीघ्र ही जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान के सत्यापन और प्रभावित लोगों को समयबद्ध तरीके से मुआवजे के वितरण की प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया था। जुलाई माह में राज्य के 12 जिलों नामतः अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पंचकुला, पानीपत, पलवल, सोनीपत, सिरसा और यमुनानगर में 1469 गांवों और 4 शहरों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया था। बाढ़ को देखते हुए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसलों के नुकसान के अलावा पशुधन, घरों, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में वाणिज्यिक संपत्तियों की क्षति, कपड़ों, बर्तनों व अन्य घरेलू सामान की क्षति को शामिल किया गया। कुल 112 करोड़ 21 लाख रुपये की राशि मुआवजा स्वरूप दी जा चुकी श्री मनोहर लाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में पशुधन, घरों, वाणिज्यिक संपत्तियों की क्षति, कपड़ों, बर्तनों व अन्य घरेलू सामान की क्षति के लिए 5 करोड़ 96 लाख 83 हजार रुपये की राशि 11 अक्टूबर 2023 को डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे ही बैंक खातों में डाली गई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में 47 लोगों की मृत्यु हुई थी। सरकार ने उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी। इनमें से 40 लोगों के परिजनों को 1 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। शेष 7 लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। जनहानि की मुआवजा राशि 1 करोड़ 60 लाख रुपये दी गई। इस प्रकार अलग-अलग नुकसान के लिए अभी तक कुल 112 करोड़ 21 लाख रुपये की राशि मुआवजा स्वरूप दी जा चुकी है। इस अवसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वित्त आयुक्त, राजस्व श्री टीवीएसएन प्रसाद, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पाण्डुरंग, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के निदेशक श्री अमित खत्री, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार श्री बी बी भारती, मीडिया सलाहकार श्री राजीव जेटली, मीडिया सचिव श्री प्रवीण आत्रेय, चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर श्री सुदेश कटारिया उपस्थित रहे। Post navigation नगरीय क्षेत्रों में सुधार: मुख्यमंत्री ने की 210 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने की घोषणा हरियाणा को मिलेगा उसका राज्य गीत