अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में असम की सांस्कृतिक विरासत को दिखाने का अवसर दिया सरकार ने : नाभा

असम से सांसद नाभा कुमार सरानिया ने सिक्किम के स्टॉल नंबर 281 का किया उद्घाटन।असम प्रदेश के बनने वाले पवेलियन के स्थल का किया निरीक्षण।

महोत्सव का हिस्सा बनना असम प्रदेश का सौभाग्य।

दुनिया भर के लोगों को कुरुक्षेत्र की भूमि से मिला पवित्र ग्रंथ गीता का उपदेश।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 8 दिसंबर : असम से लोकसभा सदस्य नाभा कुमार सरानिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में असम प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दिखाने का पहला अवसर सरकार की तरफ से दिया गया है। इस गीता उपदेश स्थली कुरुक्षेत्र की भूमि पर महोत्सव के दौरान असम को पार्टनर राज्य बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस पावन धरा पर ही भगवान श्री कृष्ण ने विश्व की समस्याओं का निवारण करने और सदैव सही राह पर चलने के लिए गीता के उपदेश दिए, यह उपदेश आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक है।

सांसद नाभा कुमार सरानिया अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में पहुंचने पर असम के शिल्पकारों और अधिकारियों से अपने मन की भावनाओं को साझा कर रहे थे। इससे पहले सांसद नाभा कुमार सरानिया, आईसीसी एसटीडब्यूई (एमएसएमई)भारत सरकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबीर पाल ने आईसीसी एसटीडब्यूई (एमएसएमई)भारत सरकार की तरफ से सिक्किम से आई शिल्पकार अनिता तमन के स्टॉल नंबर 281 का रिबन काटकर उद्घाटन किया। यहां पर आईसीसी की तरफ से 280 से लेकर 290 तक लगाए गए है। इसमें कुछ आसाम से भी शिल्पकार पहुंचे है। इसके उपरांत सांसद नाभा कुमार ने सरस और क्राफ्ट मेले का अवलोकन किया और महाआरती तीर्थ स्थल, पुरुषोत्तमपुरा बाग को देखने के बाद द्रौपदी कूप के सामने पार्टनर राज्य असम प्रदेश के लगने वाले पेवेलियन स्थल का निरीक्षण किया।

सांसद ने केडीबी अधिकारियों से बातचीत करने के बाद कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में महोत्सव का हिस्सा बनना आसाम का सौभाग्य है। इस पवित्र स्थल पर एक बार आने के बाद बार-बार आने का मन करेगा और उन्हें जब भी कुरुक्षेत्र आने का अवसर मिलेगा वे इस धरा पर जरूर आएंगे। इस पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए। इन उपदेशों में जीवन जीने का सार निहित है। इस महोत्सव को देखकर आसाम जैसे ऐतिहासिक स्थल पर भी महोत्सव को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि असम प्रदेश की तरफ से 17 से 24 दिसंबर तक महोत्सव में असम पेवेलियन लगाया जाएगा। इस पैवेलियन में असम प्रदेश का खानपान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, आसाम के गांव की तस्वीर को दिखाने का प्रयास किया जाएगा। एसडीएम थानेसर सुरेन्द्र पाल, जिला कल्याण अधिकारी कमल कुमार धीमान, जिला स्तरीय सतर्कता निगरानी कमेटी के सदस्य कश्मीर तंवर, राजेन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।

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