गुरुग्राम नगर निगम में वर्तमान में 6 सीटें, जो 7 होनी चाहिए,  घटाकर के तीन किया

मानेसर में भी एससी समाज के चार सीटों की जगह तीन सीट करने की चर्चा

मौजूदा सरकार ने पंचायती राज और शहरी निकाय जैसी संस्था को पंगु बना दिया

गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम में रिजर्वेशन का पूरा कोटा उपलब्ध करवाया जाए

फतह सिंह उजाला 

गुरुग्राम 6 दिसंबर । आज जब पटौदी, मानेसर सहित पूरे गुरुग्राम जिले में हर जगह कूड़ा फैला हुआ है तो मन में एक प्रश्न उठता है क्या हुआ 2 अक्टूबर को जो स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रुपए फोटो खिंचवाकर विज्ञापन पर खर्च किए गए थे । कूड़ा उठाना निगम का एक सामान्य काम है। मूल मुद्दा यह है की वर्तमान सरकार ने लोकतंत्र की नींव पंचायती राज और शहरी निकाय जैसी संस्था को हिला कर रख दिया है। यह बाद बुधवार को गुड़गाँव अंबेडकर समाज के संस्थापक अध्यक्ष एवं पटौदी के पूर्व विधायक स्वर्गीय भूपेन्द्र चौधरी की पुत्री कांग्रेस नेत्री पर्ल चौधरी ने कही। इससे पहले उन्होंने संविधान रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके दिखाएं मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर रतन सिंह बड़गुजर – प्रधान अंबेडकर सभा, राजबीर धईया – पूर्व पार्षद, रणबीर सिंह – पूर्व महासचिव, सुभाष   बदलिया, शिवचरण जी, ओमप्रकाश इन्दल, राजेंद्र संभारिया, महावीर प्रसाद रंगा, डॉ दीपक धईया सहित और भी समर्थक एवं व्यक्ति मौजूद रहे।

 पर्ल चौधरी ने कहा चाहे वह पटौदी जाटोली मंडी परिषद हो, मानेसर नगर निगम हो या फिर गुरुग्राम नगर निगम क्यों ना हो । करीब करीब 2 सालों से यहां चुनाव नहीं करवा कर जनप्रतिनिधियों को जनता की सेवा करने से वंचित रखा जा रहा है । एक महत्वपूर्ण चीज यह है कि दलित समाज की जो आरक्षित सीटें जैसे गुरुग्राम नगर निगम में वर्तमान में 6 सीटें हैं जो बढ़ के 7 होनी चाहिए, उसे घटाकर के तीन करने की सरकार की योजना का जिक्र आए दिन सुर्ख़ियों में सुनने और देखने को मिलता रहता है।  मानेसर में भी एससी समाज के चार सीटों की जगह तीन सीट करने की चर्चा  बहुत गर्म है । 

आज जब आदरणीय मुख्यमंत्री  एवं भाजपा के वरिष्ठ नेतागण  बाबा भीमराव अंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे होंगे तो इस बात को सोचें की क्या उन्होंने उनके विचारों और उनके रचित संविधान का मान रखा है ? आज महापरिनिर्वाण दिवस के दिन मैं आदरणीय मुख्यमंत्री जी से आह्वान करती हूं की वर्षों से लंबित निगम निकाय के चुनाव के तारीख को घोषित किया जाए।

पर्ल चौधरी ने कहा सरकार को, दलित समाज यह जरूर याद दिलाना चाहेगा कि अगर भारतीय संविधान के अंतर्गत जो राजनीतिक हिस्सेदारी हमाराअधिकार है, उससे छेड़खानी को हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे । अर्थात जो गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम सहित पटौदी जाटोली मंडी परिषद में समाज के विभिन्न वर्गों के आरक्षण की संख्या होनी चाहिए । उस हिस्सेदारी में कटौती को भी कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ना ही स्वीकार्य होगी।

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