फौजी की लव स्टोरी से शुरू हुए मर्डर, कोर्ट थाने पर अटैक जिम ट्रेनर गर्लफ्रेंड

नारनौल में दो ने मारी थी गोलियां पुलिस ने सिर्फ पपला को आरोपी बनाया

पुलिस की इसी चुक से बचा पपला

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। हरियाणा राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ पपला को गुरुवार को एक हत्या के मामले में अदालत ने रिहा कर दिया। उसे एक ऐसे मामले में बरी किया गया जहां से उसने अपने आंतकी जीवन की शुरुआत की थी। पपला पर यह मामला वर्ष 2014 में दर्ज किया गया था । गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई के दौरान नारनौल के ऐडिशनल सेशन जज की कोर्ट ने पपला को संडे का लाभ देते हुए रिहा कर दिया। विक्रम उर्फ पपला गुर्जर इस समय गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद है। अभी भी उस पर कई मामले चल रहे हैं।

नारनौल के महेंद्रगढ़ रोड पर गत 23 दिसंबर 2014 को बाबा खेतानाथ कोम्प्लेक्स के पास बाइक सवार दो हथियार बंद बदमाशों ने संदीप फौजी नामक युवक की हत्या कर दी थी। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने इस हत्याकांड में विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को ही नामजद आरोपी बनाया था। नारनौल के शहर थाने में दर्ज प्राथमिकी नंबर 522 में विक्रम उर्फ पपला गुर्जर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 34व 120 के तहत तथा आर्म एक्ट भी लगाया गया था।

इस केस की सुनवाई नारनौल के अतिरिक्त सेशन जज की कोर्ट में हुई लंबे समय से चल रही सुनवाई के दौरान पुलिस अदालत में पपला गुर्जर पर लगाए गए आरोपों को साबित नहीं कर पाई । ऐसे में दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद गुरुवार को अदालत ने विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को संदेह का लाभ देते हुए इस मामले से से बरी कर दिया।

अधिवक्ता कुलदीप भरगड़ ने बताया कि संदीप फौजी की हत्या बाइक पर आए दो हथियारबन्द लोगों ने की थी। लेकिन पुलिस ने इस केस में सिर्फ विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को ही आरोपी बनाया था ।‌ अदालत में बहस के दौरान जब बचाव पक्ष ने इस मुद्दे को उठाया तो सरकारी वकील कोर्ट को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए । इस पर अदालत ने पपला गुर्जर को संदेह का लाभ देते हुए सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।

यहां से हुई अपराध की शुरुआत

संदीप गुर्जर ही वह सख्स था, जिसकी लव स्टोरी के चलते पपला ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। हालांकि पपला गुर्जर संदीप की मां विमला देवी की हत्या के मामले में अभी भी उम्र कैद की सजा काट रहा है । पपला पर संदीप की मां के अलावा उसके मामा महेश व नाना श्रीराम की हत्या का भी आरोप है। हालांकि फौजी मर्डर केस में पपला की रिहाई पर पुलिस की जांच भी संदेह के घेरे में है। गोलियां चलाने वाले दो थे, लेकिन पुलिस ने केवल पपला गुर्जर को ही आरोपी बनाया और कोर्ट में साबित भी नहीं कर सकी की गोली चलाने वाला पपला ही था।

अपराध की दुनिया में 10 साल पूरे

महेंद्रगढ़ जिले की राजस्थान सीमा से सटे गांव खरौली निवासी विक्रम उर्फ पपला गुर्जर ने वर्ष 2014 में जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। विक्रम गुर्जर गांव के एक अखाड़े में गुरु शक्ति सिंह के पास कुश्ती के दाव सीख रहा था ।वहीं पर संदीप फौजी का भी आना जाना था। संजीव फौजी विवाहित था,लेकिन उसका किसी लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था।

यह बात जब शक्ति सिंह को पता चली तो उसने पंचायत कर संदीप फौजी को अखाड़े में आने से मना कर दिया। इस बात से नाराज संदीप फौजी ने वर्ष 2014 की शुरुआत से ही गुरु शक्ति सिंह की हत्या करवा दी । इस मामले में संदीप फौजी आरोपी बना । संदीप फौजी का संबंध चीकू उर्फ सुरेंद्र मोहनपुर से बताया जाता है। इस मामले से ही लेकर चीकू और पपला में तनातनी शुरू हो गई। इस हत्या से नाराज विक्रम उर्फ पपला गुर्जर ने मार्च 2014 को संदीप के घर में घुसकर उसकी मां विमला देवी के हाथ पांव तोड़ दिए।

रास्ते में फौजी के मामा को मारा

उस समय संदीप फौजी घर पर नहीं था। संदीप की मां के हाथ पांव तोड़ दिए जाने के बाद इसकी सूचना जब विमला के भाई बिहारीपुर निवासी महेश व उसके पिता श्रीराम को लगी तो विमला देवी को अस्पताल पहुंचाने के लिए वह आए। उन्होंने खरौली से विमला को एंबुलेंस में बैठाया । श्रीराम एंबुलेंस को चल रहा था, जबकि संदीप फौजी का मामा महेश बाइक पर जा रहा था। इस दौरान पपला गुर्जर के गुर्गो ने गांव गुलाबला के पास रास्ते में रोककर संदीप फौजी के मामा महेश को बुरी तरह से पिता जिसके कारण उसकी मौत हो गई।

23 गोलियां मारकर फौजी की मां का मर्डर

शक्ति सिंह की हत्या के मामले में संदीप फौजी वर्ष 2014 में ही नारनौल कोर्ट में पेशी पर आ रहा था। इस दौरान यह खबर जब पपला गुर्जर के गैंग को लगी तो बाइक सवार दो बदमाशों ने संदीप फौजी को महेंद्रगढ़ रोड पर गोली मार दी। संदीप की गोलियां लगने से मौत हो गई।

इसके बाद हत्या का सिलसिला यहीं नहीं रुका। पपला गुर्जर व उसके गुर्गो ने फिर से खरौली में विमला के घर में घुसकर उसे पर तार ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। संदीप फौजी की मां विमला को 23 गोलियां लगी और विमला की मौत हो गई।

2015 में की श्री राम की हत्या

पपला गुर्जर व उसके गुर्गो ने इसके बाद वर्ष 2015 में गांव बिहारीपुर में संदीप फौजी के नाना श्रीराम की भी हत्या कर दी । विमला देवी की हत्या के मामले में संदीप का चाचा गवाह है। उसकी गवाही के आधार पर ही पपला गुर्जर को आजीवन कारावास की सजा हुई है।

2 साल में काबू, अगले साल फरार

हत्या के इन सब मामलों में फरार पपला गुर्जर को 12 फरवरी 2016 को सीआईए पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। इसके बाद 5 सितंबर 2017 को कोर्ट में पेशी के दौरान पपला गुर्जर पुलिस कर्मियों पर हमला कर कोर्ट से भाग गया ।
इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस की कफी थूं थूं हुई। इसके बाद वह 2 साल तक फरार रहा । लेकिन 2019 को वह राजस्थान के बहरोड़ पुलिस की पकड़ में आ गया। उसके पास भारी मात्रा में नगदी पुलिस ने पकड़ी। यही राशि पुलिस का ईमान बदलने और फरारी में काम आई। पपला ने बहरोड़ पुलिस को सौदेबाजी में उलझाए रखा।

राजस्थान का सबसे चर्चित मामला, थाने पर आंतकी हमला कर छुड़वाया

राजस्थान के तत्कालीन जिला अलवर के बहरोड़ थाना में पपला गुर्जर के गुर्गो ने हथियारों के साथ हमला कर दिया था और पपला गुर्जर को वहां से छुड़ा लिया । राजस्थान पुलिस के अनुसार अत्याधुनिक हथियार का इस्तेमाल किया गया। इस मामले में कई पुलिस कर्मियों पर गाज गिरी और क्यों को बर्खास्त किया गया। इस घटना से राजस्थान पुलिस की काफी किरकरी हुई और पपला गुर्जर राजस्थान पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया। आल्हा की राज राजस्थान पुलिस ने पपला के आंतक को कम करने के लिए उसके गुरुओं की सारे बाजार जुलूस निकाल परेड की थी। राजस्थान पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया और उसके लिए एक विशेष सैल की गठन भी किया गया। 2 साल तक गायब रहने के बाद राजस्थान पुलिस को खबर लगी कि पपला महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक जिम में आता जाता है वहां पर उसका जिया नमक ट्रेनर के साथ प्रेम प्रसंग भी चल रहा है।

इसके बाद 20 जनवरी 2021 को राजस्थान पुलिस ने कोल्हापुर में रेड कर विक्रम ग्रुप पपला गुर्जर को उसकी प्रेमिका के साथ गिरफ्तार किया । विक्रम उर्फ पपला गुर्जर ने कोल्हापुर में अपना नाम मानसिंह उर्फ उदय बताया था। राजस्थान पुलिस से बचने के लिए पपला ने दो मंजिला मकान के ऊपर से चलांग लगा दी थी। विक्रम उर्फ पपला गुर्जर की राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तारी किए जाने के बाद उसको हरियाणा पुलिस प्रोटेक्शन वार्ड पर ले आई इसके बाद से वह गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद है।

गत दिवस संदीप फौजी की हत्या के मामले में बरी हो जाने के बाद से वह फिर से चर्चा में है।

error: Content is protected !!