जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 423 वें दिन भी जारी रहा शिक्षा के मुद्दों को लेकर 9 दिसम्बर को जन शिक्षा अधिकार मंच के आह्वान पर शिक्षको, कर्मचारियों, मजदूरों के साथ साथ संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठन व अन्य संगठन जिला सचिवालय कैथल पर होने वाली सभा व प्रदर्शन मे भाग लेंगे कैथल, 23/11/2023 – जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 423 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन टिकैत के वरिष्ठ नेता सतपाल दिल्लोवाली ने की,सतपाल दिल्लोवाली ने कहा कि शिक्षा के मुद्दों को लेकर 9 दिसम्बर को जन शिक्षा अधिकार मंच के आह्वान पर शिक्षको, कर्मचारियों, मजदूरों के साथ साथ संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठन व अन्य संगठन जिला सचिवालय कैथल पर होने वाली सभा व प्रदर्शन मे भाग लेंगे, यह बात आज मंच के धरने व पड़ाव को सम्बोधित करते हुए किसान नेता सतपाल दिल्लोवाली ने कही, साथ ही उन्होंने कहा कि इससे पहले हरियाणा के सभी किसान संगठन व मजदूर संगठन पंचकूला मे केंद्र सरकार की वायदा खिलाफी के विरोध मे तीन दिन का पड़ाव डालेंगे,उनके साथ ही मजदूर नेता व सीटू के प्रधान बसाऊ राम चंदाना ने भी बताया की सीटू मजदूर भी तीनो दिन पंचकूला पड़ाव मे शामिल होंगे और उनका संगठन ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन द्वारा दो दिन के लिए 28-29 नवंबर के पड़ाव मे भी शामिल होगा, 29 को वे अपने मांग मुद्दों को लेकर जिनके लिए 10 अक्टूबर से लगातार हड़ताल पर चली हुई है, डायरेक्टर पंचायती राज पर भी प्रदर्शन करेंगे महिला नेत्री रामकली जांगड़ा ने भी आज के धरने को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज महिलाओ व मजदूर ,गरिबों के सामने अपने बच्चो व परिवारों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और रोजगार की दिक्कत बढ़ती ही जा रही है, ये सारी सेवाए निजी हाथो मे जाने से उनको मिलने वाली सुविधाएं दुर्लभ होती जा रही है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी युनियन के वरिष्ठ नेता नवाजा राम ने कहा कि कैथल पुलिस द्वारा शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है ,उन्होंने हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग की आलोचना करते हुए कहा कि 20 नवंबर से 28 नवंबर तक शिक्षकों को ड्राप आउट सर्वे के लिए लगाया गया है, बच्चों की परिक्षाएं सिर पर है,इस दौरान कोई भी सर्वे करवाना उचित नहीं है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को और अधिक खराब करने का षड़यंत्र भी है। यह सर्वे हरियाणा सरकार को किसी अन्य एजेंसी से करवाना चाहिए। शिक्षकों को अभी चुनाव संबंधी भी कार्य करने हैं, यह भार भी बहुत अधिक है, शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य लेना बंद करना चाहिए। धरने पर रणधीर ढुंढ़वा, कर्मबीर सिरोही,भीम सिंह तितरम, बलवंत रेतवाल, कलीराम प्यौदा, वीरभान हाबड़ी, मामचंद खेड़ी सिम्बल, हजूर सिंह, मियां सिंह सौंगरी, रामशरण राविश, दुनी तितरम, सतबीर प्यौदा, रामदिया, जयप्रकाश शास्त्री आदि भी उपस्थित थे। Post navigation हरियाणा सरकार को चिराग योजना को तुरंत रद्द कर देना चाहिए और बंद किए गए कन्या स्कूलों को दोबारा खोलना चाहिए संवैधानिक बंधन,दायित्व और नैतिकता मौजूदा सरकार के लिए कोई मायने नहीं रखती ……..