239 महिला हैल्प डेस्क, 33 महिला थाने, 81 महिला पीसीआर तथा स्कूटी राइडर्स, 24 कंपनियां तथा 46 पैट्रोलिंग व्हीकल 24 घंटे महिलाओं की सुरक्षा में तैनात प्रदेश भर में महिलाओं में सुरक्षा की भावना को बल देने के लिए लिंग संवेदीकरण संबंधी आयोजित किए जाएंगे जागरूकता कार्यक्रम हरियाणा-112 पर ‘सेफ जर्नी‘ को लेकर भी महिलाओं का बढ़ा रूझान, यात्रा के लिए खुद को कर रही है रजिस्टर चंडीगढ़, 18 नवंबर- हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज को और अधिक समावेशी और निष्पक्ष बनाने के उद्देश्य से हरियाणा महिला पुलिसकर्मियों की टीम द्वारा जिलों के विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा अन्य संस्थानों में लिंग संवेदीकरण को लेकर अलग-2 सत्र लगाते हुए उन्हें जागरूक किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक जिला में महिला पुलिसकर्मियों की प्रशिक्षित तथा अनुभवी टीम की फील्ड में ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि समाज में महिलाओं व पुरूषो में एक दूसरे के प्रति आदर व सम्मान की भावना को बल देने के लिए हरियाणा पुलिस द्वारा लिंग संवेदीकरण कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है। इस दौरान प्रदेश के प्रत्येक जिले में अनुभवी प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मी विद्यालयो, महाविद्यालयों तथा अन्य संस्थानों में जाकर लैंगिक संवेदनशीलता से संबंधित नीतियों और प्रक्रियाओं सहित गुड टच तथा बैड टच के बारे में जानकारी देंगी ताकि वे लिंग आधारित मुद्दों के बारे मे जागरूक हो और सभी को सुरक्षित व समावेशी वातावरण मिले। इसके साथ ही टीम संस्थानों में महिलाओं से संपर्क में रहेंगी ताकि महिलाएं बेझिझक अपनी समस्याओं को उनके साथ सांझा कर सकें। इस पहल के माध्यम से महिलाओं को एक प्लैटफार्म देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उनमें सुरक्षा को लेकर विश्वास की भावना बढ़े। इस दौरान विद्यालयो तथा महाविद्यालयों के बाहर छेड़छाड़ करने वाले शरारती तत्वों पर भी पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। डीआईजी महिला सुरक्षा नाजनीन भसीन ने बताया कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 25 कंपनियों की तैनाती की गई है और सार्वजनिक स्थानों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट तथा छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट क्षेत्रों में नियमित तौर पर आप्रेशन दुर्गा चलाया जा रहा है। इसके अलावा, प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 46 पैट्रोलिंग वाहन अलग से लगाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश में 33 महिला पुलिस थाने स्थापित किए गए हैं। इन महिला थानों पर पीड़ित महिलाओं के कानूनी मार्गदर्शन के लिए हरियाणा विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। प्रत्येक महिला थाने पर परामर्श केन्द्र भी तैयार किए गए है जहां महिलाएं निसंकोच अपनी बात रखते हुए मार्गदर्शन ले सकती हैं। इसके साथ ही ,दुर्गा शक्ति एप के माध्यम से भी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। महिला सुरक्षा संबंधी प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश भर में 81 महिला पीसीआर तथा स्कूटी राइर्डस भी लगाए गए हैं। इतना ही नही, दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं की सुविधा के लिए उनके नजदीकी क्षेत्रों में 239 महिला हैल्प डेस्क स्थापित किए गए है ताकि जरूरत पड़ने पर महिलाओं को अपने घरों से दूर ना जाना पड़े और उन्हें अपने घर के नजदीक की कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। गौरतलब है कि महिला सुरक्षा को लेकर हरियाणा-112 द्वारा श्सेफ जर्नीश् कांसेप्ट की भी पहल शुरू की गई है। रात के समय या दिन में सफर करने वाली महिलाएं इस हेल्पलाइन नंबर पर खुद को रजिस्टर करते हुए पुलिसकर्मियो के संपर्क में रहती है। सफर के दौरान भी पुलिसकर्मियों द्वारा फ़ोन करते हुए उन्हें ट्रैक किया जाता है और सुनिश्चित किया जाता है कि महिला सफर के दौरान सुरक्षित महसूस करे। Post navigation हरियाणा सरकार का युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून एक झांसा साबित हुआ : विद्रोही जुमला साबित हुआ निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण: कुमारी सैलजा