चंडीगढ़, 16 नवंबर – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आईआईएम रोहतक द्वारा गुरुग्राम में एक विस्तार-परिसर स्थापित करने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह रणनीतिक पहल न केवल शैक्षिक अवसरों को बढ़ाएगी बल्कि आर्थिक और बौद्धिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।

श्री कौशल आज आईआईएम रोहतक के 15वें स्थापना दिवस पर वर्चुअली सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संस्थान की एकीकृत कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने से लेकर खेल प्रबंधन पीजी कार्यक्रम जैसे अद्वितीय उद्यम स्थापित करने, प्रबंधन शिक्षा के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका है।

मुख्य सचिव ने कहा कि आईआईएम सरकारी संस्थानों में वैज्ञानिक प्रबंधन सिद्धांतों को बढ़ावा देने में सहायक रहे हैं। शैक्षणिक कार्यक्रमों और अनुसंधान पहलों के माध्यम से इन संस्थानों ने लोक सेवकों को आधुनिक प्रबंधन तकनीकों में प्रशिक्षित किया है, उन्हें दक्षता बढ़ाने, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और सूचित, डेटा-संचालित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान और परामर्श में सरकारी एजेंसियों के साथ आईआईएम के सहयोग ने सार्वजनिक प्रशासन में आधुनिक प्रबंधन पद्धतियों के एकीकरण की सुविधा प्रदान की है, जो कॉर्पाेरेट क्षेत्र से परे अधिक प्रभावी और जवाबदेह शासन-प्रथाओं में योगदान दे रही है।

इस अवसर पर आईआईएम रोहतक के शिक्षकों को बधाई देते हुए श्री कौशल ने उनसे छात्रों की तकनीकी विशेषज्ञता और भावनात्मक बुद्धिमत्ता दोनों को बढ़ाने के लिए एक साझा प्रतिबद्धता में एकजुट होने का आग्रह किया। यह सामूहिक प्रयास उन्हें न केवल कुशल प्रबंधकों के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करेगा, बल्कि वैश्विक व्यापार परिदृश्य की जटिलताओं को समझने के लिए सहायक साबित होगा।

मुख्य सचिव ने कहा कि उद्यमिता को बढ़ावा देने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमिता योजना (एमवाईयूवाई) और हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना शुरू की हैं। उन्होंने बताया कि एमवाईयूवाई युवा उद्यमियों को नए व्यवसाय को स्थापित करने के लिए आने वाली लागत पर 25 प्रतिशत सब्सिडी, जिसकी अधिकतम सीमा  10 लाख रूपये है , उपलब्ध करवाती है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप नीति भी शुरू की है जो  व्यापक ढांचागत लाभ, शुरुआती फंडिंग और मेंटरशिप सहित कई प्रकार के प्रोत्साहन प्रदान करती है। यह नीति नियामक प्रक्रियाओं को भी सुव्यवस्थित करती है, स्टार्टअप के विकास और सफलता के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देती है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा महिला विकास निगम के माध्यम से संचालित हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना एक पहल है जो महिला उद्यमियों को व्यापक सहायता प्रदान करती है, जिसमें वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण कार्यक्रम और आवश्यक बुनियादी ढांचे तक पहुंच शामिल है।

इस अवसर पर डॉ. लाल पैथ लैब्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. अरविंद लाल,आईआईएम रोहतक के निदेशक प्रोफेसर धीरज शर्मा ने भी विचार व्यक्त किये।

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