बोधराज सीकरी की हनुमान चालीसा पाठ का आंकड़ा हुआ 4 लाख 24 हजार पार

हनुमान चालीसा का पाठ है जीवनदायिनी मंत्र – अशांत मन को शांत करने का है सुंदर उपाय – बोध राज सीकरी
राम नाम भी है, राम राजा भी है, राम शक्ति है, राम मर्यादाओं का भंडार है : बोधराज सीकरी

गुरुग्राम। बोध राज सीकरी द्वारा प्रारम्भ किया गया साढ़े आठ महीने पहले हनुमान चालीसा पाठ का प्रयास पिछले सप्ताह 420000 से अधिक का आँकड़ा पार कर गया था। इस महान मुहिम में लगभग तीस हज़ार लोग जुड़ चुके हैं।

अभी तक 144 स्थानों पर पाठ हो चुका है। अभी तक लोगो में जिज्ञासा पाठ करने की निरंतर चल रही है ।

कल दिनांक सात नवंबर को सायंकाल की बेला में अशोक विहार फेज – 3 गुरुग्राम के राधा कृष्ण मंदिर के प्रांगण में सुंदर हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन पंडित केशव देव शास्त्री और पंडित भीम दत्त जी की प्रेरणा से आयोजित हुआ। हर मंगलवार की भाँति श्री गजेन्द्र गोसाई जी ने मंगलाचरण उपरांत बड़े ही सुंदर ढंग से हनुमान चालीसा के पाठ का शुभारंभ किया जिसमें सुरों का, स्वरों का समन्वय था, संगीतमय मिश्रण था, ताल थी और गायकी थी और प्रेम रस था और ईश्वर के प्रति समर्पण था क्योंकि जैसे-जैसे गोसाई जी संपुट लगाते थे वैसे वैसे भक्तों के पैर नाचने के लिए तरसते थे। हनुमान चालीसा पाठ की अंतिम चौपाई पर पुरुष और महिला वर्ग ऐसे झूम उठा मानो बरसाने की कुंज गलियों में पहुँच गये हों।

कल पहली बार गोसाई जी ने बोध राज सीकरी की सलाह पर शंखनाद से कार्यक्रम का प्रारंभ कर तीन बार ओम् के उच्च स्वर से हनुमान चालीसा पाठ का प्रारम्भ किया और अंत में राम- राम की 108 बार माला से समापन किया ।

तदोपरांत बोध राज सीकरी जी ने पहले तो शंखनाद की आध्यात्मिक और वैज्ञानिक परिभाषा वर्णित की और बताया कि क्यों महाभारत के युद्ध में सभी ने अपने-अपने शंख बजा कर युद्ध का प्रारम्भ किया। फिर ओम् के तीन अक्षर “अ”, “ओ” और “म” को परिभाषित किया।

उसके उपरांत “ राम “ शब्द के ऊपर बीस मिनट तक प्रवचन किया। उन्होंने बताया कि क्यों भगवान राम ने दशरथ के यहाँ जन्म लिया। राज दशरथ ने क्यों मरते समय छ: बार राम-राम शब्द का उच्चारण किया। राम का संस्कृत में क्या अर्थ है। “ राम नाम सुंदर करतारी, संशय विह्ग उड़ावन हारी” चौपाई को परिभाषित किया और दूसरी चौपाई “ राम कथा के तेई अधिकारी, जिनको सत्संग अति प्यारी “ को विस्तार पूर्वक समझाया । राम नाम भी है, राम राजा भी है, राम शक्ति है, राम मर्यादाओं का भंडार है, राम असीमित है, राम दर्शन है, राम उद्बोधन है और राम संबोधन है ।

इसके अतिरिक्त “ जनता रिहैबिलिटेशन ट्रेनिंग सेंटर भीमगढ़ खेड़ी गुरुग्राम’ के चालीस विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से गायकी के साथ 21-21 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसका आयोजन श्री नरेंद्र शर्मा और श्री पी.पी मेहता ने किया। यह पाठ निरंतर हर मंगलवार चलेगा और जामपुर शिव मंदिर ईस्ट ऑफ़ कैलाश में भी 40 लोगों ने पाँच-पाँच बार पाठ किया। यहाँ भी पाठ निरंतर लंबे समय से बोध राज सीकरी की अगुवाई में चला आ रहा है ।

कल के पाठ में अशोक विहार फेज 3 में 125 साधकों ने 21-21 बार पाठ किया।

इस कार्यक्रम से पहले 4,20,888 पाठ 141 स्थान पर हो चुके हैं और इसमें 29,848 लोग पिछले सप्ताह तक जुड़ चुके थे और कल की संख्या मिला कर अब तक 424,553 पाठ, 144 स्थान और 30,053 लोग जुड़ चुके हैं। अगले सप्ताह हनुमान चालीसा का पाठ माँ वैष्णोदेवी मंदिर, गढ़ी हरसरू में दोपहर ढाई बजे आयोजित होगा ।

इस कार्यक्रम में श्री धर्मेन्द्र बजाज, श्री रमेश कामरा, श्री सतपाल नासा, श्री रुपेश चौधरी, श्री विजय वर्मा, श्री योगेश गंभीर, श्री द्वारका नाथ कक्कड़, और श्री रमेश मुंजाल उपस्थित रहे और महिला शक्ति की ओर से श्रीमती ज्योत्सना बजाज, श्रीमती पुष्पा नासा, श्रीमती रचना बजाज, श्रीमती रीता और श्रीमती मीनाक्षी मुंजाल उपस्थित रही।

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