चंडीगढ़, 30-10-2023 – प्रदेशभर के राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षकों की विभिन्न मांगो को लेकर आज हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ के आहवान पर प्रदेश में स्थित समस्त महाविद्यालयों की स्थानीय इकाइयों ने एकजुटता दिखाते हुए आज महाविद्यालय से मुख्यालय तक शिक्षा-शिक्षक हित प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार कर उसपर विस्तार से चर्चा की I संघ प्रवक्ता डॉ. रवि शंकर ने इस तथ्य की पुष्टि करते हुए कहा कि संघ अध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी, उपाध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार, महासचिव डॉ. प्रतिभा चौहान, संगठन सचिव डॉ. सुनील कुमार, संयुक्त सचिव श्रीमती ज्योति दहिया एवं वित्त सचिव श्रीमती प्रियंका के आहवान पर गत तीन दिनों से प्रदेश के समस्त राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षकों से ऑनलाइन माध्यम से संवाद स्थापित कर उनसे शिक्षा एवं शिक्षकों के प्रति उच्चत्तर शिक्षा विभाग के असंवेदनशील रवैये पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया एवं आगामी दिनों के आन्दोलन की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई I

संघ अध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी ने इस विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि सर्व सम्मति से ये प्रस्ताव पास किया गया कि सलेक्शन और सीनियर स्केल में नोटिफिकेशन के विरुद्ध इंटरव्यू जोड़ना तथा इंटरव्यू की परफॉर्मेंस के नाम पर प्रोफेसरशिप रोकने का विचार हमें किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। इसी के साथ हम अपेक्षा करते हैं कि अन्य सभी लंबित मामलों के साथ-साथ पे-प्रोटेक्शन, एमफिल/पीएचडी व नोशनल इंक्रीमेंट और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विषय में मुख्यमंत्री जी तुरंत प्रभाव से इन मामलों का निष्पादन करने और उच्चतर शिक्षा को बचाने के लिए एनडीपीएस आदि सभी गैर-शैक्षणिक कार्य शिक्षकों से लेना बंद कराएं तथा सभी लंबित मामले निकालने का उच्चतर शिक्षा विभाग को निर्देश देने की कृपा करें अन्यथा राजकीय महाविद्यालय में कार्यरत प्रताड़ित शिक्षक वर्ग आगामी दिनों में महाविद्यालय से मुख्यालय तक शिक्षा-शिक्षक हित प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा।

संघ की महासचिव डॉ. प्रतिभा चौहान ने कहा हम आन्दोलन हेतु पूर्ण रूप से तैयार हैं I इस कड़ी में आज सोमवार को सभी राजकीय महाविद्यालयों की स्थानीय इकाईयों द्वारा मीटिंग की गई I दिनांक 4 नवंबर को समस्त इकाइयों द्वारा ई-मेल के माध्यम से विभाग को अपना मांगपत्र प्रेषित किया जाएगा I यदि उक्त दोनों कार्यक्रमों के उपरांत भी मसले हल नहीं होते हैं तो मध्य नवंबर में शिक्षा सदन, पंचकुला पर प्रदर्शन किया जाएगा और उसी दिन आगे के कार्यक्रम की रूप रेखा खुली मीटिंग में तय करके संघर्ष को और तेज किया जाएगा जो तब तक चलेगा जब तक मुख्यालय के शिक्षा-शिक्षक हितों के प्रतिकूल और हठधर्मी रवैए में बदलाव नहीं होगा।

ज्ञातव्य है कि हाल ही में हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने माननीय उच्चत्तर शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर उन्हें शिक्षकों की मांगो जैसे विगत 27 जून 2023 को सेलेक्शन स्केल की स्क्रीनिंग मीटिंग होने के उपरांत भी सेलेक्शन ग्रेड अवार्ड का नोटिफिकेशन अभी भी लंबित होने, यूजीसी नोटिफिकेशन 2018 के अनुरूप एम.फिल/ पी.एच.डी इंक्रीमेंट, नोशनल इंक्रीमेंट आदि मामलों, सी.ए.एस. प्रमोशन, पे-प्रोटेक्शन आदि से अवगत करवाया था परन्तु अभी तक इस विषय में कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई जिससे समस्त शिक्षक वर्ग में भारी रोष है I

संघ उपाध्यक्ष श्री अरुण कुमार एवं संगठन सचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा संघ के डिमांड चार्टर में शामिल मांगो जैसे जैसे पुरानी पैन्शन स्कीम बहाल करने, रिक्तियों को भरने, यू.जी.सी. रैगुलेशनज़ की विसंगतियों को दूर करने , एम फिल-पीएचडी इंक्रीमेंट देने, विभिन्न स्तरों पर तुरंत-त्वरित पदोन्नति करने, यूजीसी के अनुसार रिटायरमेंट आयु पैंसठ वर्ष करने ,कैशलेस मैडिकल स्कीम देने, सरकारी कॉलेजों के शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कामों से मुक्त करने, पदोन्नति में रूरल सर्विस की शर्त हटाने आदि विषयों की एक लम्बी फेहरिस्त है और संघ प्रत्येक मांग के पूरा होने तक आन्दोलन की राह पर अग्रसर रहेगा I

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