भाजपा ने चुनावों से एक साल पूर्वे अपना प्रदेश अध्यक्ष बदलकर खुद स्वीकार कर लिया है कि हरियाणा में अब भाजपा का बिस्तर गोल करके जाने का समय आ गया : विद्रोही हरियाणा में भाजपा के प्रति भारी रोष है, यह जानकर अब भाजपा जातिय धु्रवीकरण की राजनीति द्वारा येनकेन प्रकारेण अपनी चुनावी वैतरणी पार करने के कुप्रयास में जुटी : विद्रोही 29 अक्टूबर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया भाजपा ने चुनावों से एक साल पूर्वे अपना प्रदेश अध्यक्ष बदलकर खुद स्वीकार कर लिया है कि हरियाणा में अब भाजपा का बिस्तर गोल करके जाने का समय आ गया है और कांग्रेस की आंधी के सामने भाजपा का टिकना बहुत मुश्किल है। विद्रोही ने कहा कि अचानक भाजपा नेतृत्व ने श्री औमप्रकाश धनखड़ की प्रदेश अध्यक्ष से छुट्टी करके सांसद नायब सिंह सैनी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाकर साफ कर दिया कि हरियाणा में मनोहरलाल खट्टर ही मुख्यमंत्री है और खटटर ही असली प्रदेश अध्यक्ष है। नायब सिंह सैनी की स्थिति में मनोहरलाल खट्टर जी की प्रोक्सी की रहने वाली है। कांग्रेस पर गुटबाजी व सत्ता लिप्सा का आरोप लगाकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर अनर्गल आरोप लगाने वाली भाजपा जो कुछ कांग्रेस के बारे में कह रही थी, वास्तव में वे अपने ही दल के बारे में कहना चाहते थे। मनोहरलाल खटटर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अपना प्रोक्सी व्यक्ति को बनाना चाहते थे जो उनकी हां में हां मिलाकर उनके हुक्म की तालीम करते रहे। विद्रोही ने कहा कि औमप्रकाश धनखड़ के स्थान पर नायब सिंह सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर खट्टर जी ने हरियाणा भाजपा पर अपना एकाधिकार कायम करने में सफलता पाकर अन्य भाजपा नेताओं को राजनीतिक रूप से कमजोर करने की शुरूआत की है। वहीं भाजपा नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष बदलकर अप्रत्यक्ष रूप से यह स्वीकार कर लिया है कि हरियाणा में विगत 9 सालों में भाजपा सरकार विकास, जनहित के नाम पर ऐसा कुछ भी काम नही किया जिनका बखान करके वे वोट मांग सके। भाजपा खट्टर सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते हरियाणा में भाजपा के प्रति भारी रोष है, यह जानकर अब भाजपा जातिय धु्रवीकरण की राजनीति द्वारा येनकेन प्रकारेण अपनी चुनावी वैतरणी पार करने के कुप्रयास में जुटी है। विद्रोही ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन की सरकार प्रायोजित हिंसा के बाद जिस तरह जातिय धु्रवीकरण से भाजपा 2019 में हरियाणा में 40 विधानसभा सीटे मुश्किल से जीत पाई थी। अब अक्टूबर 2024 विधानसभा चुनाव में भीे भाजपा जातिय धु्रवीकरण के नाम पर चुनावी वैतरणी पार करने के कुप्रयास में है। लेकिन हरियाणा की जनता भाजपा की जातिय व साम्प्रदायिक धु्रवीकरण की राजनीति को समझ चुकी है और जनविरोधी भाजपा को हरियाणा की सत्ता से खदेडक़र कांग्रेस को भारी बहुमत से सत्ता देने का मन बना चुकी है। Post navigation भगवान वाल्मीकि को श्रीराम के जीवन में घटित प्रत्येक घटना का पूर्ण ज्ञान था : राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को खेड़की दौला टोल समस्या का समाधान करने के लिए पत्र लिखा