एन.आई.टी. में हुई सांस्कृतिक उत्सव कॉन्फ्लुएंस 23 की रंगारंग शुरूआत

कवियों की प्रस्तुतियों ने युवा विद्यार्थियों का मन मोहा

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 20 अक्तूबर संजीव कुमारी : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में कॉन्फ्लुएंस 23 का आगाज़ जुबली हॉल में उद्घाटन समारोह के साथ हुआ। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि शुभ दर्शी मिश्रा मुख्य कार्यपालक अधिकारी व संस्थापक स्पार्क ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा संस्था के निदेशक महोदय डा. बी.वी. रमन्ना रेड्डी ने कॉन्फ्लुएंस 23 के आरंभ की घोषणा करते हुए विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

उत्सव के इस प्रथम दिवस दिन भर सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं जैसी कि अधिकारी, समूह गायन, सारंग, जैम प्रोजेक्ट, सी.आई.डी., प्रोडिजी आदि चलते रहे। दिनभर के व्यस्त कार्यक्रमों के बाद भी विद्यार्थियों का जोश ठंडा नहीं पड़ा और कॉन्फ्लुएंस की जान को बरकरार रखा कोरियो नाइट, मिक्स एंड मैच आदि कार्यक्रमों मंक विभिन्न संस्थानों की टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। कोरियो नाइट में हिंदू कॉलेज विजेता रहा। इस सांस्कृतिक उत्सव की पहली शाम को चार चांद लगाने का काम किया काव्यांजलि – एक शाम हास्य, प्रेम और गज़लों के नाम ने, जिसमें भारत के जाने माने शायरों और कवियों ने युवा विद्यार्थियों के दिलों को जीत लिया। कवि कुशल दौनेरिया ने मंच पर आते ही प्रेम रस पर व्यंग्य भरी शायरियों से श्रोताओं को जोश से भर दिया और उनके बाद दिल्ली से आये कवि यासिर इनाम ने अपने शेरों और ग़ज़लों से सबका मन मोह लिया। फिर शुरुआत हुई हिन्दी कविता की एक नई उभरती हुई कवियित्री मनु वैशाली की कविताओं का, जिन्होंने मंच पर आकार अपने मोहिनी, कन्हैया आदि गीतों से शमा ही बांध दिया। जिसके बाद समां बांधा विख्यात शायर अजहर इकबाल ने अपने प्रेम एवं हास्य रस से भरी शायरियों से।

अंत में हिंदुस्तान के मशहूर शायर वसीम बरेलवी ने अपने जीवन के अनुभवों को एक अनोखे शायराना अंदाज में पेश किया। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध शायरी दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत, उसे समझने का कोई तो रास्ता निकले, अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे, दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता आदि सुनाया। कार्यक्रम में संस्थान के अधिष्ठाता विद्यार्थी कल्याण दीक्षित गर्ग, प्रॉक्टर राजीव वर्मा, प्रोफेसर प्रभारी प्रोफेसर प्रतिभा अग्रवाल, जनसम्पर्क अधिकारी पी.सी. तिवारी, छात्रपाल प्रो. वी. के. वाजपेयी, संकाय प्रभारी प्रोफेसर शैली वधेरा, यशश्चंद्र द्विवेदी, योगेश अग्रवाल, अन्य वरिष्ठ शिक्षकगण एवं शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित रहे।

Previous post

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 3 हजार से अधिक कलाकार मंच पर बिखेरेंगे हरियाणवी लोककला एवं संस्कृति के रंग : प्रो. सोमनाथ सचदेवा

Next post

हरियाणा सरकार ने सम्राट मिहिर भोज के बारे में ऐतिहासिक तथ्यों की जांच के लिए कमेटी गठित की

You May Have Missed

error: Content is protected !!