· भाजपा सरकार के किसान विरोधी हथकंडों से किसान अपनी फसल औने-पौने भाव पर बेचने को मजबूर– दीपेन्द्र हुड्डा · एक तरफ ग्लोबल हंगर इंडेक्स में देश की गिरती रैंक और दूसरी तरफ गरीब के पेट का निवाला बनने वाले अनाज की हो रही बर्बादी – दीपेन्द्र हुड्डा · प्रगति और खुशहाली का दावा करने वाली भारत सरकार की खुली पोल – दीपेन्द्र हुड्डा · ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 में भारत 125 देशों में से 111वें नंबर पर – दीपेन्द्र हुड्डा चंडीगढ़, 17 अक्टूबर। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा किएक तरफ ग्लोबल हंगर इंडेक्स में देश की गिरती रैंक और दूसरी तरफ गरीब के पेट का निवाला बनने वाले अनाज की बर्बादी हो रही है, जो इस सरकार की नीयत और नीति दोनों को उजागर कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 2 भारत बना दिए, एक वो जो भुखमरी में 111वें नंबर पर है और दूसरा वो जिसकी मंडियों में बरसात से फसल बर्बाद हो रही है। हरियाणा की BJP-JJP सरकार के नकारेपन का खामियाजा किसानों, आढ़तियों को भुगतना पड़ रहा है। देशवासियों का पेट भरने वाले किसान पर चौतरफा मार पड़ रही है। मंडियाँ धान की ढेरियों से अटी पड़ी हैं जहां अचानक मौसम बदलने से हरियाणा के कई जिलों में लाखों मीट्रिक टन अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया। अब फसल में नमी या बदरंग दाना बताकर खरीद से इनकार कर दिया जाएगा। BJP-JJP कदम-कदम पर अन्नदाता और उसके अन्न की बेकद्री कर रही है। इससे किसानों में भारी रोष है और प्रदेश का किसान भाजपा सरकार को सबक सिखाने को तैयार बैठा है। दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि सरकार फसल को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त शेड, तिरपाल, बारदाने का प्रबंध करे और युद्ध स्तर पर फसल की खरीद, उठान, भुगतान कराए। सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि पहले सरकारी खरीद शुरू करने में आना-कानी, फिर पोर्टल का झंझट, कभी शैड्यूल के नाम पर तो कभी नमी तो कभी बारदाने की कमी या फिर उठान नहीं होने का बहाना बनाकर खरीदी नहीं हो रही। इस बीच केंद्र सरकार के फैसले से निराश बड़े निर्यातक धान खरीद से पीछे हट गए, नतीजन मंडियों में धान खरीद लगभग ठप पड़ गई। रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी। हरियाणा के कई जिलों में अचानक हुई बारिश, ओलावृष्टि से मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी लाखों मीट्रिक टन फसल भींग गई। पहले से कम भाव में फसल बेचने को मजबूर किसानों पर हालिया बारिश से गाज़ गिर गई, क्योंकि मंडियों में धान के रेट में करीब 1000 रुपये की गिरावट होने की खबर आ रही है। किसानों का कहना है कि सरकार की कारगुजारियों से किसान औने-पौने दाम पर अपनी फसल बेचने पर मजबूर हो रहे हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आयी है किसानों को हर सीजन में दोहरी-तिहरी मार झेलनी पड़ रही है। कभी खरीद नहीं होती, तो कभी फसल का सही भाव नहीं मिलता। यही कहानी सीजन-दर-सीजन दोहरायी जाती है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों आयरिश एनजीओ कंसर्न वर्ल्डवाइड और जर्मन एनजीओ वेल्ट हंगर हिल्फे द्वारा जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स से प्रगति और खुशहाली का दावा करने वाली भारत सरकार की पोल खुल गई है। इस साल ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 में भारत 125 देशों में से 111वें नंबर पर जबकि यह गिरावट पिछले साल के मुकाबले भारत के 107वें स्थान से 4 पायदान अधिक है। रिपोर्ट में 28.7 अंक के साथ भारत में भूख का स्तर ‘गंभीर’ बताया गया है। दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि हर बात में पाकिस्तान से तुलना करने वाली भारत सरकार इस पर क्या कहेगी कि पाकिस्तान इस मामले में भारत से 9 पायदान ऊपर है। हंगर इंडेक्स रिपोर्ट में भारत के पड़ोसी देशों का प्रदर्शन उससे कहीं बेहतर रहा है। बांग्लादेश 81वें, नेपाल 69वें और श्रीलंका 60वें के बाद पाकिस्तान 102वें स्थान पर है। Post navigation निर्यात पर पाबंदी और निर्यातकों की हड़ताल से धान के किसानों को हो रहा भारी घाटा- हुड्डा 3 दिसंबर को राजनीति की दशा और दिशा में बदलाव आरंभ होगा : पर्ल चौधरी