चंडीगढ़, 12 अक्टूबर- हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि अध्यापकों की अनुपस्थिति में बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के माध्यम से टीचर्स की व्यवस्था करवाई जाए। साथ ही उन्होंने एजुकेशन वॉलंटियर्स का मानदेय 10,000 रुपये से बढ़ाकर 14,000 रुपये करने के प्रपोजल को  सरकार को भेजने के निर्देश दिए हैं।

  श्री कंवर पाल ने यह बात आज हरियाणा निवास में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।

   उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन स्कूलों की नई बिल्डिंग बनायी जा चुकी है उनकी पुरानी कंडम घोषित बिल्डिंगों को गिराया जाए।       

स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ हमें टीचर्स की ट्रेनिंग पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि टीचर्स की ऑनलाइन  ट्रेनिंग करवाई जाए जिससे टीचर्स को ट्रेनिंग स्थल पर आने की ज़रूरत न पड़े। उन्होंने अधिकारियों को ट्रेनिंग कैलेंडर बनाए जाने के निर्देश दिए हैं ताकि एससीईआरटी द्वारा करवाई जाने वाली ट्रेनिंग से क्लैश न हो।       

श्री कंवरपाल ने कहा कि जितनी भी डिमांड स्कूलों से आती है उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। यदि स्कूल में कोई कमी पाई जाती है और उसकी डिमांड किसी प्रिंसिपल द्वारा ना की गई हो तो उस प्रिंसिपल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

साथ ही उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 में पायलट प्रोजेक्ट के दौरान करनाल जिले के सभी ब्लॉक व 21 जिलों के एक-एक ब्लॉक को कक्षा 9वीं से 12वीं तक ड्यूल डेस्क उपलब्ध करवाने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। वित्त वर्ष 2023-24 में शेष 21 जिलों से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र /छात्राओं को ड्यूल डेस्क उपलब्ध करवाने हेतु दो-दो ब्लॉक जहां ड्यूल डेस्क की आवश्यकता है उनकी डिमांड माँगी गई है व खरीद प्रक्रिया बारे जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं ।

बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक आर एस ढिल्लो ,माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अंशज सिंह,  स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष श्री वीपी यादव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!