चंडीगढ़, 6 अक्टूबर- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मंजूरी के बाद दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट यमुनानगर में 800 मेगावाट की अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल एक्सपेंशन यूनिट के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए 52 महीने की समय सीमा निर्धारित की गई है।

मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल आज यहां इस व्यापक परियोजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना में वाणिज्यिक परिचालन 48 महीने के भीतर शुरू होगा। इसे 6 महीने के बाद पूर्ण अधिग्रहण किया जाएगा। इसके निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया अक्टूबर के अंत में शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली संयंत्र के निर्माण को चार साल के अंदर अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे हरियाणा को वर्ष 2028 तक अतिरिक्त 800 मेगावाट बिजली मिलेगी।

श्री कौशल ने कहा कि इस परियोजना के लिए 37.1 लाख मीट्रिक टन वार्षिक कोयले की आवश्यकता है। कोयला मंत्रालय की स्थायी लिंकेज समिति ने पिछले महीने की बैठक के दौरान परियोजना के लिए इसकी सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि परियोजना के लिए 22 क्यूसेक पानी की जरूरत होगी। इसकी पर्यावरण मंजूरी सहित विभिन्न प्रक्रियात्मक पहलुओं पर सुचारू रूप से कार्य किया जा रहा है। इस बिजली संयंत्र का निर्माण हरियाणा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी और इससे राज्य को 800 मेगावाट बिजली मिलेगी।

श्री कौशल ने कहा कि यह परियोजना राज्य में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने, रोजगार सृजन को बढ़ावा देने और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगी। बैठक में ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए के सिंह, पावर यूटिलिटी के अध्यक्ष श्री पी के दास और बिजली यूटिलिटीज के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

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