हरियाणा के सरकारी स्कूल दिखाने का निमंत्रण हमें स्वीकार है : चित्रा सरवारा

उम्मीद है आप निमंत्रण देने के बाद पीछे नहीं हटेंगे: चित्रा सरवारा

हमें उम्मीद है कि आपने स्कूलों का सबसे अच्छा विकास अपने गृह छेत्र में किया होगा : चित्रा सरवारा

क्यों ना हम आपकी विधानसभा जगाधरी के सरकारी स्कूलों का दौरा करें : चित्रा सरवारा

हमें उम्मीद है कि अपना स्कूल दिखाने के बाद आप हमारा स्कूल देखने जरूर आएंगे: चित्र सरवारा

“आपने कल कहा था कि दिल्ली सरकार के स्कूल किसी रैंकिंग में नहीं आते हैं, जो सरासर गलत है”

इंडिया के टॉप टेन सरकारी स्कूलों में 5 केवल दिल्ली सरकार के हैं: चित्रा सरवारा

केजरीवाल दिल्ली के 17 लाख बच्चों को शानदार सुविधा दे रहे हैं: चित्रा सरवारा

चंडीगढ़, 29 सितंबर – आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर का राज्य के सरकारी स्कूल देखने का न्योता स्वीकार करते हुए कहा कि वे हरियाणा के सरकारी स्कूल दिखाने का काम करें, हम हरियाणा के शिक्षा मंत्री का न्योता स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि उनका विधानसभा क्षेत्र जगाधरी है, इसलिए वहां के गांव भेड़थल, महमूदपुर और लक्कड़भीलपुरा और तारनवाला के स्कूल में से किसी भी स्कूल में वे खुद आने को तैयार हैं।

चित्रा सरवारा ने गुरुवार को चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता कर दिल्ली के शहीद भगत सिंह आर्मी फोर्सेज प्रिपेटरी स्कूल की उपलब्धियों की चर्चा की थी। गौरतलब है कि पहले ही वर्ष आर्मी प्रिपेटरी स्कूल के 76 बच्चों में से 32 छात्रों ने पहले ही वर्ष एनडीए की परीक्षा क्रैक करने का काम किया है। इस पर दिल्ली शिक्षा मॉडल और हरियाणा शिक्षा मॉडल की चर्चा भी हुई थी। इस पर उन्होंने खट्टर सरकार के 10 वर्षों में हरियाणा के स्कूलों की दुर्दशा पर भी सवाल उठाए थे और इस पर हरियाणा की खट्टर सरकार के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से भी सवाल उठाए थे और प्रदेश के किसी एक मॉडल सरकारी स्कूल को दिखाने की बात कही थी।

इस पर शिक्षा मंत्री ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाए थे, वहीं हरियाणा के स्कूल भी विश्वस्तरीय स्तर के होने की बात कही थी, और आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा को स्कूल दिखाने का न्योता दिया था।

इसके जवाब में चित्रा सरवारा ने कहा कि स्कूल और समय सब शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर निर्धारित करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पांच सरकारी स्कूलों ने एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग में देश के टॉप टेन स्कूलों में जगह बनाने का काम किया था। वहीं देश के टॉप पहले और दूसरे नंबर के स्कूलों में भी अरविंद केजरीवाल के दिल्ली शिक्षा मॉडल के सरकारी स्कूलों ने जगह बनाने का काम किया।

उन्होंने कहा कि वहीं जहां तक दसवीं और बारहवीं के पास प्रतिशत का सवाल है, हरियाणा का दसवीं का पास प्रतिशत 57% है, जबकि दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दसवीं का पास प्रतिशत 91.5% है, जोकि राष्ट्रीय औसत 87% से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के 50% से ज्यादा स्कूलों का पास प्रतिशत 90 फीसदी से ज्यादा है, जबकि 118 स्कूल ऐसे हैं जिनका पास प्रतिशत शत प्रतिशत यानी 100 परसेंट हैं।

वहीं उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कल बताया था कि हरियाणा के सरकारी स्कूलों के कुल 100 बच्चों ने इस वर्ष नीट और आईआईटी की परीक्षा पास की है। वहीं दिल्ली में 1250 सरकारी स्कूल के 1074 बच्चों ने नीट की परीक्षा और इनमें से 720 बच्चों जेईई मेंस की परीक्षा पास की है। हरियाणा के 15 हजार सरकारी स्कूलों में से केवल 100 बच्चों का आईआईटी और नीट में चयन हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।

उन्होंने दिल्ली के शिक्षा मॉडल की बात करते हुए कहा कि हरियाणा में जहां सुपर 800 चलता है,वहीं दिल्ली में सुपर 17 लाख चल रहा है, जहां अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सरकारी स्कूलों के हरेक बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के शिक्षा मंत्री 20 हजार शिक्षकों को भर्ती करने की बात बोलकर हरियाणा के स्कूलों में 20 हजार शिक्षकों की कमी तो खुद ही बता रहे हैं। ये कमी पिछले 9 सालों से चल रही है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ हरियाणा के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, वहीं ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रम बुनियाद तो महज दिखावा है। उन्होंने हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर को कहा की वे हरियाणा के स्कूल दिखाकर दिल्ली के शिक्षा मॉडल के वर्ल्ड क्लास स्कूल भी देखने का काम करें।

error: Content is protected !!