माता-पिता व गुरु के आशीर्वाद से माथे की लकीरें बदल जाती हैं : ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 20 सितम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से श्री जयराम विद्यापीठ में मानव समाज के कल्याण एवं विश्व में धर्म की रक्षा की कामना के साथ श्री गणेश उत्सव के उपलक्ष्य में भगवान श्री गणेश का पूजन एवं आरती की जा रही है। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी भी पूजन एवं आरती की। बुधवार को भी गणेश उत्सव के अवसर पर विद्यापीठ के ट्रस्टियों एवं अन्य श्रद्धालुओं ने गणपति श्री गणेश के दरबार में हाजिरी लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। ब्रह्मचारी ने बताया कि भगवान श्री गणेश ने माता पिता शिव पार्वती की परिक्रमा कर ही पूरे विश्व की परिक्रमा का एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहाकि माता-पिता की सेवा एवं सम्मान से बढ़ कर संसार की कोई पूजा नहीं है। माता-पिता व गुरु के आशीर्वाद से तो मनुष्य के माथे की लकीरें बदल जाती हैं। ब्रह्मचारी ने कहा कि संसार का हर प्राणी अपने जीवन को सुखी बनाना चाहता है। सुख पाने का एक ही रास्ता है कि आप सद्कार्य में प्रवृत हो जाएं एवं सदैव अच्छे कार्य करें। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने धर्म का सम्मान नहीं करते, वे जीवन में हार जाते हैं। दुख की घड़ी में जो इंसान दूसरों की मदद करता है, वह अपना धर्म निभाता है। विद्यापीठ में के.के. कौशिक,एस.एन. गुप्ता, राजेश सिंगला, अशोक गर्ग, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे। Post navigation अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के वैश्विक गीता पाठ के साथ जुड़ेंगे देश-विदेश के लोग : पिलानी साईक्लोथॉन यात्रा प्रदेश के 19 जिलों में नशामुक्ति का संदेश देने के पश्चात पंहुची धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में