भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की सुस्त नीति से किसान परेशान

चंडीगढ़, 20 सितंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार की सुस्त चाल किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। सरकार ने अभी तक धान खरीद के लिए पॉलिसी तक जारी नहीं की है। ऐसे में सीएम सिटी करनाल के किसानों के साथ साथ अन्य जिलों में स्थिति बदतर होती जा रही है। बावजूद इसके सरकार दावा कर रही है कि वह किसानों की सच्ची हितैषी है और उसकी नीतियां किसानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं।

मीडिया को जारी बयान में उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार धान खरीद के लिए पॉलिसी जारी नहीं करेगी तब तक मंडियों में धान की खरीद की तैयारियां आगे नहीं बढ़ सकती और न ही बढ़ रही हैं। कई मंडियों में धान की आवक शुरू हो चुकी है पर किसान को मंडियो में धान का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। या तो धान को औने पौने दाम में बेचने को किसान मजबूर है या मंडी में ढेरी लगाकर उसकी रखवाली कर रहा है या मंडी में रखे धान को वापस अपने घर लेकर जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऊपर से तैयार फसल पर खराब मौसम की तलवार लटकी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता के नशे में मस्त और बेखबर बैठी है। उसे किसानों की जरा भी चिंता नहीं, किसानों के हित को लेकर सारी घोषणाएं कागजों में सिमटकर रह जाती है। आज भी किसान मुआवजे के लिए भटक रहा है। उन्होंने कहा कि जब सरकार को पता था कि धान की फसल पककर तैयार हो चुकी है और मंडी में आने वाली है तो उसे सबसे पहल धान की खरीद को लेकर पॉलिसी बनानी चाहिए। धान मंडी में पड़ा है और सरकार बेफ्रिक है। सरकार ने किसानों को भगवान भरोसे छोड़ा हुआ है, सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका किसान आने वाले चुनाव में वोट की चोट से इस सरकार को उखाड़ फेंकेगा।

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