कई पंच, सरपंच और ब्लॉक समिति सदस्य अन्य पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में हुए शामिल
प्राकृतिक आपदा से किसानों की 69,615 एकड़ फसल खराब हुई, लेकिन नहीं मिला मुआवजा : डॉ सुशील गुप्ता
1902 एकड़ में 6 इंच से 6 फीट तक रेत जमा हो गया और 422 एकड़ जमीन यमुना में बही : डॉ सुशील गुप्ता
पिछली फसल तो बरबाद हो ही गई, अगली फसल बोने के भी काबिल नहीं रहे किसान : डॉ सुशील गुप्ता

चंडीगढ़ \ दिल्ली, 20 सितंबर – आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता ने बुधवार को ज्वाइनिंग कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान कई पंच और सरपंच अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ अन्य पार्टियों को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शमिल हुए। इस दौरान कैथल के खरकां से दो बार ब्लॉक समिति सदस्य डॉ.मेजर सिंह जजपा के जिला सचिव, गुहला हल्के के गांव महमूद पुर से ब्लॉक समिति सदस्य चांद सिंह कांग्रेस छोड़कर, गुहला के गांव सदरहेड़ी से सरपंच तरसेम सिंह, गुहला के गांव गढ़ी नजीर सरपंच सतनाम सिंह कांग्रेस छोड़कर, गुहला हल्के से “इनसो” के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह जजपा छोड़कर, गुहला के गांव बराड़ी से पूर्व सरपंच अमरजीत सिंह जजपा छोड़कर और गुहला के गांव खरकां से पूर्व पंच मोहब्बत सिंह जजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। इसके अलावा फरीदाबाद के बड़खल विधानसभा से एडवोकेट चिराग और कांग्रेस के आरटीआई विंग के पूर्व प्रदेश महासचिव आनंद ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। डॉ सुशील गुप्ता ने मुझे पूरा विश्वास है कि सभी लोग अरविंद केजरीवाल की नीतियों पर चलकर 2024 में बदलाव लाने का काम करेंगे और दिल्ली व पंजाब जैसा विकास हरियाणा में भी होगा। इस दौरान उनके साथ कैथल के जिलाध्यक्ष गज्जन सिंह मौजूद रहे।

डॉ सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में व्यवस्था दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। खट्टर सरकार ने हरियाणा के किसानों की तरफ से मुंह फेर लिया है। जुलाई में जो बाढ़ आई थी उसको ढाई महीन बीत गए हैं। अब तक खट्टर सरकार को किसानों की तकलीफ दिखाई नहीं दे रही है। प्राकृतिक आपदा की वजह से जो किसानों की 69,615 एकड़ फसल खराब हो गई थी। वहीं, 1902 एकड़ में 6 इंच से लेकर 6 फीट तक रेत जमा हो गया है और 422 एकड़ जमीन कट कर यमुना में बह गई है। खट्टर सरकार बिल्कुल भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। खट्टर सरकार ने घोषणा तो की थी, परंतु ढाई महीन बीत गए लेकिन किसानों को अभी तक काई मदद नहीं मिली। जो रेत किसानों के खेतों में जमा हो गया है न तो सरकार उसे हटा रही है और न ही किसानों को हटाने दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की पिछली फसल तो बरबाद हो ही गई और किसान अगली फसल बोने के भी काबिल नहीं रहे।

उन्होंने कहा कि 1902 एकड़ जिसमें रेत आया था उसमें से 235 एकड़ में ही सरकार कार्रवाई कर पाई है और आगे फसल बोने का समय आ चुका है। इस समय सरकार को किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए था, लेकिन खड़ा होना तो दूर हरियाणा सरकार किसानों की तरफ देख भी नहीं रही। कर्ज लेकर किसानों ने फसल को बोया, कहीं किसान की फसल बह गई तो कहीं जमीन बह गई। किसान खट्टर सरकार से परेशान हो चुका है। हरियाणा में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की नीतियों को बहुत पसंद किया जा रहा है।

उन्होंने कहा प्रदेश के लोग चाहते हैं कि हरियाणा का लाल अरविंद केजरीवाल हरियाणा में भी आए और जिस प्रकार से दिल्ली और पंजाब के हाताल सुधारे हैं वैसे ही हरियाणा के हालातों को भी सुधारे। जिस प्रकार से दिल्ली और पंजाब में शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने फसल कटने से पहले किसानों के खाते में मुआवजा चला गया, लेकिन हरियाणा में अब तक किसानों को मुआवजा नहीं मिला। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली और पंजाब में जनहित में किए गए कार्यों से हरियाणा की जनता बहुत प्रभावित है।

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