हम मोनू मानेसर देंगे, तुम मामन दो; हरियाणा और राजस्थान में था कोई प्लान ?

क्या दोनों राज्यों की पुलिस में आरोपियों की अदला-बदली के लिए कोई समझौता हुआ?
नूंह हिंसा : कांग्रेस विधायक मम्मन खान 2 दिन की पुलिस रिमांड में, 17 सितंबर को फिर होगी पेशी
हिंसा के वक्त कहां थे मामन खान और क्या किया, पुलिस ने सब बताया; पाकिस्तान वाला भी एक खुलासा

भारत सारथी/ कौशिक

गुरुग्राम। नासिर-जुनैद की हत्या के बाद से एक-दूसरे पर आरोप लगाने वाली राजस्थान और हरियाणा पुलिस के बीच पिछले कुछ दिनों में अच्छी केमेस्ट्री देखने की मिली है। इसी का नतीजा है कि मोनू मानेसर और कांग्रेस विधायक मामन पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। एक राजस्थान में कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहा है तो दूसरा हरियाणा में। यह तो नहीं कहा जा सकता है कि दोनों राज्यों की पुलिस में आरोपियों की अदला-बदली के लिए कोई समझौता हुआ था, लेकिन जिस तरह तीन दिन में दोनों की गिरफ्तारी उसे कुछ प्रयोग का संकेत तो जरूर मिलता है। गौरतलब है कि मोनू फरवरी से ही फरार था और उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के साथ सरकारों में भी टकराव दिख चुका था।

अजमेर से गिरफ्तार हुआ मामन खान

मामन खान को गुरुवार रात एसआईटी की टीम ने अजमेर से गिरफ्तार किया। फिरजोपुर झिरका (नूंह) के डीएसपी सतीश कुमार ने गिरफ्तार की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘हां, 31 जुलाई को हुई हिंसा में भूमिका के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, सुरक्षा कारणों से हम अभी इस बात का खुलासा नहीं नहीं कर सकते हैं कि उन्हें कहां गिरफ्तार किया गया और कहां पर रखकर पूछताछ की जा रही है।’ सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान पुलिस के सहयोग से मामन खान को अजमेर से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, अभी यह नहीं पता चला है कि अजमेर में खान कहां छिपे हुए थे।

हरियाणा पुलिस ने मोनू को सौंपा

इससे पहले 12 सितंबर को हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को गुरुग्राम के सेक्टर एक से गिरफ्तार किया था। राजस्थान पुलिस को फरवरी से ही नासिर-जुनैद की तलाश थी। भरतपुर से अगवा करके कत्ल किए गए दोनों युवकों को कथित तौर पर गौरक्षकों ने अगवा करके मार डाला था। दोनों के शव भिवानी में जले हुए मिले थे। पुलिस ने एफआईआर में मोनू का नाम भी शामिल किया था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोनू की गिरफ्तारी में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था। अब जब हरियाणा पुलिस ने मोनू को नूंह हिंसा को लेकर एक केस में गिरफ्तार किया, लेकिन उसे तुरंत राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया गया।

कांग्रेस विधायक मम्मन खान को शुक्रवार को नूंह की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। खान पर 31 जुलाई को हिंदू समूहों के जुलूस के दौरान हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक दंगे भड़काने का आरोप है, जिसमें छह लोग मारे गए थे। पुलिस ने शुक्रवार को कांग्रेस विधायक को कोर्ट में पेश किया। इस मामले में अगली पेशी 17 सितंबर को होगी। वहीं, प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है और दो दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। प्रशासन ने लोगों से शुक्रवार की नमाज घर में अता करने की अपील की है।

2 दिन की रिमांड पर मामन खान
पुलिस ने मांगी थी 7 दिन की कस्टडी
नूंह में इंटरनेट फिर से बंद, धारा 144 लागू

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद कांग्रेस विधायक को हरियाणा पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गुरुवार देर रात अजमेर से गिरफ्तार कर लिया।

सूत्रों के अनुसार, हरियाणा सरकार ने गुरुवार को हाई कोर्ट को सूचित किया था कि, “एफआईआर संख्या 149 दिनांक 1 अगस्त, 2023 में आईपीसी, 1860 की धारा 148, 149, 153-ए, 379-ए, 436, 506 के तहत दर्ज की गई है।” 52 आरोपी हैं, जिनमें से 42 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इसमें कहा गया था, “एक तौफीक, जिसका एफआईआर में नाम है, को 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था, उसने इस मामले में एक आरोपी के रूप में मम्मन खान का नाम लिया था।”

इस बीच, एसपी ने कहा कि ”पुलिस को 31 जुलाई को नूंह में बड़कली चौक हिंसा में खान की संलिप्तता मिली है। उन्होंने कहा, “खान फोन पर कई लोगों के संपर्क में थे। गलत सूचना फैलाने और नूंह में दंगे भड़काने के लिए कुछ यूट्यूब चैनल भी जांच के दायरे में हैं।” हिंसा के दौरान बाहर होने के मामन खान के दावों के उलट एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि हिंसा की शुरुआत से तुरंत पहले वह वहां मौजूद थे।

पाकिस्तान से भी भड़काया गया: एसपी

एसपी नरेंद्र ने बताया कि 31 जुलाई को हुई हिंसा में अब तक 60 एफआईआर दर्ज हैं और 330 लोगों को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया से हिंसा भड़काने को लेकर 11 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं और 5 लोग गरिफ्तार हुए हैं। उन्होंने हिंसा में पाकिस्तान हाथ होने की भी बात कही। एसपी ने कहा, ‘जांच में पाया गया है कि कुछ यूट्यूब और टेलीग्रम चैनल ऐसे हैं जिनका कनेक्शन सीमा पार (पाकिस्तान) से है। इनका किसी भी अप्रीय घटना में हिंसा भड़काने का काम होता है।’

डीसी ने बताया क्यों इंटरनेट बंद करने की जरूरत

मामन खान की गिरफ्तारी के बाद नूंह में धारा 144 लगा दी गई है और इंटरनेट भी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इसको लेकर डीसी धीरेंद्र खड़गता ने कहा, ‘अप्रिय घटना ना हो इसलिए हमने धारा 144 लागू की है। हमने इंटरनेट भी बंद करने के आदेश दिए हैं। हमने लोगों से अपील की है कि वे जुमा की नमाज़ घर में करें। जैसे स्थिति सामान्य होगी हम सामान्य स्थिति की ओर आने लगेंगे।’

एसपी ने बताया कि हिंसा के संबंध में पुलिस ने 60 एफआईआर दर्ज की हैं और 330 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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