— राम जन्मभूमि, कृष्ण जन्मभूमि, आर्टिकल 370 पर काँग्रेस का रवैया सकारात्मक नहीं रहा:- धनखड़ — सेकुलरिज्म के नाम पर केवल हिंदू को पीछे करते जाओ यही कांग्रेस की नीति रही है और यही अब दिख रही है :- धनखड़ — काँग्रेस का क्या रवैया कभी सनातन के पक्ष का नहीं रहा:- धनखड़ — कांग्रेस पार्टी का जो पुराना विचार है कि किस प्रकार से तुष्टीकरण हो और हिंदुओं पर, हिंदुओं की विचारधारा पर, सनातन धर्म पर अटैक होते रहे, उस पर सुरजेवाला, हुड्डा, शैलजा बहरे ( अनसुना कर रहे हैं ) बने हुए हैं :- धनखड़ चंडीगढ़, 13 सितंबर – उदयनिधि स्टालिन के बयान पर कांग्रेस पार्टी की चुप्पी अपने आप में बहुत कुछ कहती है, यह कहना है भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ का | हरियाणा कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने उसमें सुरजेवाला जी हों यां भूपेंद्र हुड्डा जी हों और चाहे दीपेंद्र जी हों, चाहे शैलजा जी हों किसी ने भी इसकी निन्दा करते हुए एक शब्द नहीं कहा है और यह स्पष्ट बताता है कि कांग्रेस पार्टी का जो पुराना विचार है कि किस प्रकार से तुष्टीकरण हो और हिंदुओं पर और हिंदुओं की विचारधारा पर, सनातन धर्म पर अटैक होते रहे, इस पर हरियाणा काँग्रेस के नेता पहरा दे रहे हैं, इसलिए लोगों को इस विषय पर सजग होना पड़ेगा | धनखड़ ने आगे कहा कि इस प्रकार की सोच के साथ जो काँग्रेस पार्टी ने देश में गठबंधन किया है, विपक्षी दलों का, वो भारतीयता को, भारतीय मूल विचारों को, भारतीयता के सम्मान और गौरव को नष्ट करने की बात सोचते हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, अति निंदनीय है | पूरे देश में एक साथ मिलकर अपनी संस्कृति को बचाने के लिए, अपने गौरव को बचाने के लिए, अपने जो है पुराने इतिहास पर गर्व और गौरव करने के लिए, उसको साथ और संस्कृति को संजो कर लेकर चलने के लिए, ऐसी सभी ताकतों को पहचानना होगा, जो कुछ सीधे-सीधे अटैक करती हैं और कुछ चोरी छुपे जो है वो चुप रहती हैं और चोरी छुपे समर्थन करती हैं | कांग्रेस की इसी कल्चर के कारण भारतीय संस्कृति का जो नुकसान हुआ है, पिछले 7 दशकों में वह हम सब के सामने हैं | धनखड़ ने आगे कहा “काँग्रेस का क्या रवैया था राम जन्मभूमि पर, कृष्ण जन्मभूमि पर, इनका क्या रवैया था आर्टिकल 370 पर, भारतीय आस्था के प्रतीकों पर कभी कांग्रेस का रवैया वो सकारात्मक नहीं रहा, वो कभी सनातन के पक्ष का नहीं रहा, उनके साथ खड़े होने का नहीं रहा, सेकुलरिज्म के नाम पर केवल हिंदू को पीछे करते जाओ, यही इनकी नीति रही है और यही अब दिख रही है और इसको उजागर ओर करना होगा, जन-जन तक पहुंचना होगा सब लोगों को कि सनातन का यह विरोध भारतीय संस्कृति का विरोध है और कांग्रेस की इस पर चुप्पी फिर सवाल खड़ा करती है” | Post navigation इंडिया गठबंधन की लगातार हो रही मजबूती से मोदी-भाजपा-संघ बुरी तरह से डर व घबरा गए है : विद्रोही स्थानीय जाट धर्मशाला में हुआ सांस्कृतिक संध्या का आयोजन