पंडित श्री राम शर्मा पार्क को बेचने के लिए बोली का विज्ञापन उर्दू अखबार में देना शंका जाहिर करता हैं – जयहिंद स्वतंत्रता सेनानियों का नाम मिटानी चाहती है सरकार – जयहिंद रौनक शर्मा झज्जर : नवीन जयहिंद रविवार को झज्जर में ब्राह्मण धर्मशाला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने पहुंचे । इस मौके पर उन्होंने पंडित श्रीराम शर्मा पार्क की बेची जा रही जमीन का मुद्दा उठाया। जयहिंद ने कहा कि यह पूरे प्रदेश के लिए शर्म की बात है कि एक स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर बने पार्क की जमीन को सरकार खुलेआम नीलाम कर रही है। पंडित श्रीराम शर्मा एक बिरादरी के नहीं बल्कि सर्व समाज के व्यक्ति थे । वे स्वतंत्रता सेनानी थे और आंदोलनकारी थे जिन्होंने अग्रेजों से भी लोहा लिया था। उनका इस तरीके से नाम मिटाया जाना सरकार सहित प्रदेशवासियों के लिए शर्मनाक है। जयहिंद ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री के पास पैसा नहीं है तो कटोरा उठा ले। सरकार झज्जर के लोगों को और प्रदेश की जनता को बताती कि एक स्वतन्त्रता सेनानी के नाम पर उनका खज़ाना खाली हो गया है। जिस स्मारक और पार्क के लिए झज्जर के लोगों ने 36 बिरादरी के लोगों के भाईचारे के साथ आंदोलन किया बाजार बंद रहे । आज उसी जनता को से एक बार पूछा तक नहीं गया और चुपचाप जमीन बेचने की तैयारी कर दी। जयहिंद ने कहा कि उस वक्त प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया था कि इसे और बेहतर तरीके से बनाया जाएगा, क्या पण्डित जी के नाम की जमीन बेच कर सरकार उनके नाम पर ही पार्क बनाएगी। जयहिंद ने सवाल करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री साहब अब बात ब्राह्मणों की नहीं की बल्कि , 36 बिरादरी की है । इस पार्क में जहां सबके बच्चे खेलते है, हर रामलीला होती थी। आप श्रीराम शर्मा के साथ श्री रामचंद्र को खत्म कर रहे हो क्या । अब तय मुख्यमंत्री साहब को करना है कि उन्हे लोगों का श्राप चाहिए या फिर आशीर्वाद । पंडित श्री राम शर्मा पार्क को बेचने के लिए बोली का विज्ञापन उर्दू अखबार में देना शंका जाहिर करता हैं – जयहिंद जयहिंद ने कहा कि दिल्ली के उर्दू के अखबार में विज्ञापन देकर सरकार आनन-फानन में इस जमीन को बेचने की साजिश रच रही है। जयहिंद ने वही समाज के ठेकेदारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अब वे समाज के ठेकेदार कहां है जो सिर्फ श्रेय लेने के लिए लाइन में लगे रहते है। क्या सिर्फ वो वाह वाही लेने के लिए है। सांसद कार्तिकेय शर्मा, सांसद डीपी वत्स, सांसद अरविंद शर्मा, विधायक राजकुमार गौतम, विधायक कुलदीप वत्स, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा सहित पक्ष -विपक्ष ने सांसद, विधायक और नेता चुप्पी क्यों साधे हुए है। जयहिंद ने कहा कि मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक , अधिकारियों की कॉल डिटेल्स की जांच होनी चाहिए। इस पूरे मामले की गहन जांच होनी चाहिए और इस साजिश में शामिल अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होने सुबह 9 बजे तक का सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि या तो सरकार इस मामले की जांच कर और दोषियों को सजा दे या फिर वो सरकार के खिलाफ जनता के साथ सड़कों पर उतरेंगे। Post navigation रोडवेज कर्मी को अस्पताल न ले जाने के आरोप में एंबुलेंस चालक निलंबित स्वतंत्रता सेनानी की ज़मीन की तरफ़ ना देखे सरकार, पहरावर तो होगा याद – जयहिंद