बस परिचालक को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आया था हृदयाघात, बाद में हो गई मौत साथी कर्मियों का आरोप, समय पर नहीं मिली एंबुलेंस भारत सारथीझज्जर, 15 अगस्त । हरियाणा राज्य परिवहन की स्थानीय कर्मशाला के परिसर में मंगलवार को आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान हृदयाघात से पीड़ित हरियाणा राज्य परिवहन की बस के परिचालक की समय पर इलाज न मिलने से मौत हो गई। कर्मचारी के साथी कर्मचारियों ने प्रशासन पर समय से एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाने का आरोप लगाते हुए रोष व्यक्त किया। जिस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संबंधित एंबुलेंस के चालक को निलंबित कर दिया है। अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। दरअसल, हरियाणा राज्य परिवहन विभाग की स्थानीय कर्मशाला के परिसर में मंगलवार को जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। ध्वजारोहण और मुख्य अतिथि के संबोधन के बाद पारितोषिक वितरण चल रहा था। इस बीच कर्मशाला में मौजूद परिचालक अनिल को हृदयाघात आ गया। साथी कर्मचारी अनिल को संभालने लगे और एंबुलेंस की व्यवस्था करने की कोशिश की। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस मौजूद थी। इसके चालक से पीड़ित परिचालक को अस्पताल ले चलने को कहा गया। रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि एंबुलेंस चालक ने खुद की कार्यक्रम स्थल पर तैनाती का हवाला देते हुए चलने से इंकार कर दिया। रोडवेज कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन किया गया तो उन्होंने भी तुरंत एंबुलेंस भेजने से इंकार करते हुए कहा कि पारितोषिक वितरण के बाद भेज दी जाएगी। इस बीच हृदयाघात से पीड़ित परिचालक की मौत हो गई। अनिल की मौत से कर्मचारियों में रोष फैल गया। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मृतक के शव को रोडवेज कर्मशाला के गेट में रख कर रोष जताया। उन्होंने इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि अनिल को समय से इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन प्रशासन ने न तो एंबुलेंस दी और न ही पुलिस ने समारोह से बाहर निकलने का रास्ता बनवाया। अधिकारी स्वतंत्रता दिवस समारोह में पुरस्कार बंटवाने में व्यस्त रहे। उधर, रोडवेज कर्मचारियों के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए झज्जर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने एंबुलेंस चालक जितेन्द्र को निलंबित कर दिया। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मंच संचालक रहे जिला लोक संपर्क अधिकारी सतीश सहवाग ने बताया कि अन्य संबंधित अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया गया है कि हृदयाघात पीड़ित रोडवेज कर्मी को अस्पताल पहुंचाने के एंबुलेंस उपलब्ध न करवाने के कारण क्या रहे। परिचालक अनिल गांव चमनपुरा का रहने वाला था और वर्ष 2012 में हरियाणा राज्य परिवहन में परिचालक नियुक्त हुआ था। Post navigation दर्दनाक : मंत्री जी फहरा रहे थे झंडा तभी कर्मचारी को आया हार्ट अटैक, नहीं मिली एंबुलेंस, मौत खट्टर सरकार के पास पैसा नहीं तो कटोरा लेकर निकले मुख्यमंत्री- जयहिंद