इंडिया गठबंधन से डरी बीजेपी सरकार का एलपीजी कीमतें घटाना इनकी संगठित लूट का सबूत
क्या जनता बीजेपी सरकार को इस बात के लिए धन्यवाद कहे की उनकी जेब से 1200 रुपए छीनने के बाद उन्हें उसी लूट में से 200 रुपए वापिस लौटाए जा रहे हैं।

30/8/2023 :- ‘कांग्रेस शासित प्रदेशों में जनता को बीजेपी प्रायोजित इस कमरतोड़ महंगाई से राहत देने के लिए 500 रुपए में एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराने से घबराई इस मोदी सरकार ने इस चुनावी वर्ष को देखते हुए अब कीमतें घटाना शुरू कर दिया है। 9 साल तक जनता की तरफ देखा तक नहीं। महलों में बैठ कर 80 हजार रुपए किलो वाली मशरूम खाने वाले तथा हवाई विदेशी दौरों और भाषणों में लीन रहने वालों का अब डर से गला सूखने लगा है। विकास, विश्व की तीसरी महाशक्ति, फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी जैसे जुमलों के चिथड़े उड़ जाने के बाद अब मैन्युफैक्चरिंग, मुद्रा योजना, स्मार्ट सिटी जैसे मुद्दों पर भी वोट मांगने में साहेब को शर्म आ रही है। इसलिए घुमा फिराकर वही 5किलो राशन, मुफ्त की रेवड़ी, गाली, परिवारवाद को कोस कोस कर वोट मांगने के रास्ते तलाश किए जा रहे हैं।’ उक्त बातें हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेटर सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि अब चुनाव आ रहा है, अब दिसंबर तक सिलिंडर, पेट्रोल, डीज़ल सबकी क़ीमतें घट जायेंगी, अपने आप, क्योंकि इन संघी विधारधारा वालों का एजेंडा यही है की पहले दबा कर जनता की गाढ़ी कमाई की लूट करो और फिर इन्हें इसी लूट के पैसों में से कुछ छूट देकर मूर्ख बनाओ और वाहवाही लूटो।

रक्षाबंधन पर देश की आधी आबादी के चेहरों पर मुस्कान लाने का दावा कर रही बीजेपी से सवाल करते हुए वर्मा ने कहा की जब गत माह 4 नवंबर और 23 फरवरी को एलपीजी सिलेंडरों पर कीमतें बढ़ने पर केंद्र सरकार के पेट्रोलियम मंत्री ने बयान दिया की पेट्रोलियम कंपनियां सरकार के नियंत्रण से बाहर हैं और खुद देश के पीएम ने भी इन बढ़ी हुई कीमतों पर चुप्पी साध कर अपनी मौन स्वीकृति दी थी.

सरकार बताए की जब इन कंपनियों पर इनका नियंत्रण ही नही तो फिर पेट्रोलियम मंत्रालय का क्या काम रह गया था इतने समय से?

दूसरा सवाल की जब इन पर नियंत्रण ही नही तो पीएम 200 रुपए कैसे सस्ता कर सकते हैं?

तीसरा सवाल की बहनों को पर्व पर तोहफा देने की बात करने वालों के लिए क्या रक्षाबंधन इस चुनावी साल से पहले कभी आया ही नहीं?

चौथा सवाल की 500 की किसी वस्तु को 1200 में बेचा जाए और फिर 200 काम कर दिए जाएं तो क्या इसे सस्ता कहा जाएगा?

पांचवा सवाल यह की जब गैस सिलेंडर 400 में था तो यही बीजेपी उसे महँगा बताती थी तो अब 1100 से कम करके 900 में करना इनका सस्ते का मास्टरस्ट्रोक कैसे हुआ? उन्होंने कहा की सरकार को जनता के इन सवालों का जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि क्या जनता मोदी सरकार का इस बात के लिए धन्यवाद कहे की उनकी जेब से 1200 रुपए छीनने के बाद उन्हें उसी लूट में से 200 रुपए वापिस लौटाए जा रहे हैं। क्या महंगाई से त्रस्त जनता के गुस्से को ये बीजेपी सरकार इस सब्सिडी वाले लॉलीपॉप से कम कर देगी। और क्या 200 रुपए कम कर देने से जनता की गाढ़ी कमाई लूटने वाली इस निर्दयी मोदी सरकार के पाप धुल जाएंगे?

सुनीता वर्मा ने कहा कि केवल एलपीजी सिलेंडरों पर बढ़ाई कीमतों से जनता की जेबों पर लगभग नौ लाख करोड़ की संगठित लूट करने वाली और उज्ज्वला बहनों से करीब सत्तर हजार करोड़ की कमाई करके उनका गैस चूल्हा बुझाने वाली पूंजीपतियों की इस गरीबविरोधी बीजेपी सरकार को अब जनता रिटर्न गिफ्ट देने का मन बना चुकी है।

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