वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

पानीपत 24 अगस्त : आयुर्वेदिक शास्त्री अस्पताल पानीपत के संचालक एवं उतरभारत के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डा. महेंद्र शर्मा ने रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार पर चर्चा करते हुए बताया की पावन स्नेहपर्व रक्षाबंधन 30 अगस्त 2023 को प्रातः 11 बजे से लेकर 31 अगस्त 2023 को प्रातः 7/30 बजे तक मनाएं।

इस में भद्रा आदि का कोई विचार नहीं है क्योंकि भद्रा का विचार तो केवल श्रावणी उपाकर्म गुरु शिष्य परम्परा में शिष्यों को वेद शिक्षा के लिए दीक्षित करते समय भद्रा पर किया जाता है। श्रावण पूर्णिमा के पावन दिवस पर श्री नारद जी के कहने पर पाताल लोक में राजा बलि के दरबार से भगवान विष्णु को द्वारपाल पद से मुक्त करवाने गई थी तब बहिन की रक्षा के लिए वचनबद्ध रहने के लिए श्री लक्ष्मी जी ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधा था। इन दिनों पर्वों मे लाखों वर्षों का अन्तर है। श्रावणी महापर्व वराह अवतार से प्रारंभ हुआ जब ब्राह्मणों ने वेदों का पुनः अध्ययन किया और नियम बनाए …कहां सतयुग का यह श्रावणी पर्व और कहां त्रेतायुग का वामन अवतार जहां से रक्षा बंधन पर्व प्रारम्भ हुआ। लक्ष्मी जी अपने मंतव्य की सिद्धि के लिए राजा बलि के राजदरबार में गई थी न कि किसी गुरु के आश्रम में दीक्षा लेने …. इस लिए स्नेह पर्व श्रावणी उपाकर्म से अलग है।

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