बाजरा की अगेती पछेती पूरी फसल सुंडी कीट ने की  चौपट
भारतीय किसान संघ के बैनर तले  सीएम के लिए सौंपा  ज्ञापन
हताश और निराश किसानों ने बाजरा की फसल पर चला दिया हैरो 

फतह सिंह उजाला                                     

पटौदी 23 अगस्त । किसान के लिए प्रकृति और कीट पतंगे जहां एक और जहां मित्र माने जाते हैं। वही दूसरी तरफ किसान की खून पसीने से बीजाई की गई फसल को नष्ट करने में भी कोई कंजूसी नहीं दिखाते। मौजूदा दौर में गर्मी के चलते हुए लगातार नियमित अंतराल पर हो रही बरसात ने पहले तो बाजरा की फसल पर संकट खड़ा कर दिया। इस संकट पर जैसे तैसे बाजरा उत्पादक किसानों ने काबू पाया तो सुंडी नाम कीड़े ने बाजरा की तेयार हो रही फसल को अपनी चपेट में ले लिया । 

बुधवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले पटौदी विधानसभा क्षेत्र के बाजरा उत्पादक किसानों ने पटौदी के लघु सचिवालय में एसडीएम कार्यालय के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी की । इस मौके पर भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी में भारतीय किसान संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मास्टर ओम सिंह चौहान,  मेहर चंद, ओम प्रकाश, भगवान सिंह,  संजय शर्मा जिला महामंत्री, महेश जिलाध्यक्ष, मनोज चौहा ओम प्रकाश खंडेवला, संदीप चौहान, प्रदीप कुमार, राजेश, सुंदर जाटोली, पोहप सिंह, सतीश मिर्जापुर, भगवान सिंह और भी बड़ी संख्या में किसान अपने अपने हाथों में भारतीय किसान संघ का झंडा लिए हुए—- नहीं हम भीख मांगते, हम अपना अधिकार मांगते — जब तक भूखा किसान कहेगा, धरती पर तूफान रहेगा। जैसे गगन भेदी नारे लगाते हुए अपनी मांगों को बुलंद करते रहे । तत्पश्चात पटौदी की तहसीलदार  रीटा ग्रोवर को उपमंडल अधिकारी की गैर मौजूदगी में मुख्यमंत्री के नाम भारतीय किसान संघ के द्वारा ज्ञापन दिया गया ।   

 इसी मौके पर किसानों ने सुंडी नमक कीड़े के द्वारा क्षतिग्रस्त की गई बाजरे की फसल को भी तहसीलदार को दिखाया । भारतीय किसान संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम सिंह चौहान, जिला महामंत्री संजय शर्मा, युवा अध्यक्ष महेश तथा अन्य किसानों ने बताया कि बाजारा की फसल अहिरवाल क्षेत्र के किसानों के लिए गेंहू और सरसो से पहले एक प्रकार से नगद फसल कहीं जा सकती है । लेकिन बाजरा की अगेती और पछेती दोनों ही फसलों को खेतों में खड़े हुए ही सूडी – कीट के द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया है ।  बाजरा के सिट्टा और पौधे को इतना अधिक नुकसान पहुंचाया गया है कि इस फसल को काटने के खर्च को देखते हुए बहुत से किसानों के द्वारा बाजरा की खेत में खड़ी फसल पर ही हैरो चला दिया गया है । वैसे भी बाजरा की फसल नरम और नगदी फसल कही गई है । इसके साथ ही दुधारू और पालतू जानवरों के लिए चारे का भी संकट कहीं ना कहीं बनता हुआ दिखाई दे रहा है । भारतीय किसान संघ के द्वारा मांग की गई है कि बाजरा की फसल सुंडी कीट के द्वारा जो नष्ट कर दी गई है। उसकी जल्द से जल्द विशेष गिरदावरी कराकर प्रभावित किसानों को सरकार के द्वारा अधिक से अधिक मुआवजा का भुगतान किया जाए।

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