चंडीगढ़, 8 अगस्त – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र तोमर से गत सांय शिष्टाचार भेंट की और हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।

इस दौरान केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र तोमर ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो योजनाएं चलाई हैं, उनके धरातल पर बेहतर परिणाम आ रहे हैं। उन्होंने जल संरक्षण व फसल विविधीकरण के लिए चलाई गई योजना मेरा पानी-मेरी विरासत की भी प्रशंसा की। इसके अलावा, मोटा अनाज वर्ष के दौरान प्रदेश के किसानों द्वारा फसल विविधीकरण को अपनाने की पहल को भी सराहा।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है और अपने मेहनती किसानों के बल पर राज्य कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहा है। प्रदेश सरकार ने पिछले लगभग 9 सालों में किसानों के कल्याण के लिए नई-नई योजनाएं चलाई हैं और केंद्र सरकार की योजनाओं को भी राज्य में ज्यों का त्यों लागू किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए भी जागरूक कर रही है ताकि खाद्यान्न उत्पादन में कीटनाशकों का कम से कम प्रयोग हो।

बागवानी को बढ़ावा देने और सूक्ष्म सिंचाई के तहत क्षेत्र को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयास

श्री मनोहर लाल ने कहा कि कृषि क्षेत्र में परंपरागत फसलों की खेती के अलावा बागवानी फसलों का भी एक अहम हिस्सा होता है। इसलिए किसानों को परंपरागत फसलों की खेती की बजाय बागवानी फसलों की खेती करने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक बागवानी क्षेत्र को 22 लाख एकड़ करने व उत्पादन को तीन गुणा करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही, जल संरक्षण की दिशा में बढ़ते हुए कृषि में सिंचाई हेतु फ्लड सिंचाई की बजाये सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने का आह्वान किया है और सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जा रही है। किसान भी इस पहल में सरकार का सहयोग कर रहे हैं और अब सूक्ष्म सिंचाई को अपना रहे हैं, इससे न केवल पानी की बचत होती है बल्कि उत्पादन भी दोगुना होता है।

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