सीएम खट्टर पर जयहिंद ने कसा तंज , जनता को सुरक्षा नही अकेले जयहिंद पर 500 पुलिस वाले

भिवानी ब्रह्मोत्सव रोक के सरकार ने बहुत बड़ा पाप किया है : नवीन जयहिन्द
सरकार ब्रह्मोत्सव रुकवाने की बजाएं दंगा उत्सव रुकवाए : जयहिन्द
जयहिंद को पुलिस ने भिवानी से पकड़कर रोहतक लाकर छोड़ा

रौनक शर्मा

भिवानी : भिवानी में आयोजित ब्रह्मोत्सव में शामिल होने जा रहे जयहिंद सेना के सुप्रीमो और सामाजिक कार्यकर्ता नवीन जयहिंद को भिवानी शहर के बाईपास पर पुलिस द्वारा रोक लिया गया और हिरासत में ले लिया गया

जयहिंद ने धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने की बात कही, लेकिन प्रशासन ने एक नहीं मानी। पुलिस जयहिंद को हिरासत में लेकर अपने साथ बेरी थाने में ले गई। जयहिंद के शामिल होने को लेकर भारी पुलिस बल पहले ही भिवानी बाईपास पर तैनात था, जिसने जयहिंद को भिवानी शहर में प्रवेश नहीं करने दिया।

इसके बाद नवीन जयहिंद और पुलिस के बीच काफी देर बातचीत चली। जयहिंद ने कहा कि वे किसी तरह का कोई कानून तोड़ने नहीं, बल्कि एक धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए जा रहे हैं। जिसकी प्रशासन ने खुद अनुमति दी है, उसमें शामिल होने के लिए आए हैं। लेकिन प्रशासन ने उन्हें ब्रह्मोत्सव में शामिल नही होने दिया

पुलिस ने धारा 144 का दिया हवाला, ले गई बेरी थाने : जयहिंद

नवीन जयहिंद ने पुलिस को समझाने का प्रयास किया कि उन्हें हवन में शामिल होने के लिए जाने दें। लेकिन काफी देर बातचीत के बाद पुलिस ने नवीन जयहिंद को धारा 144 का हवाला देते हुए आगे शहर आयोजित धार्मिक अनुष्ठाान में भाग लेने जाने से रोक दिया। साथ ही पुलिस जयहिंद को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर ले गए। पुलिस पुलिस उन्हें दादरी, माजरा, दुबलधन से होते हुए बेरी थाने में ले गई।

एक तरफ तो सरकार और प्रशासन द्वारा भिवानी ब्रह्मोत्सव की परमिशन दी गई तो दूसरी तरफ जयहिंद को रोकना गलत हैं
नवीन जयहिंद ने भी प्रशासन की अनुमति का जिक्र करते हुए कहा कि जब प्रशासन ब्रह्मोत्सव की परमिशन दे चुका है, तो उन्हें रोकने का क्या मतलब बनता है। इससे साफ है कि प्रशासन व सरकार जयहिंद से डरी हुई है। लेकिन इस तरह के हथकंडे अपनाकर वे जयहिंद को नहीं रोक पाएगी। धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने का हक प्रत्येक व्यक्ति का होता है।

सीएम खट्टर पर जयहिंद ने कसा तंज , जनता को सुरक्षा नही अकेले जयहिंद पर 500 पुलिस वाले

नवीन जयहिंद ने भिवानी ब्रह्मोत्सव रद्द करने और पुलिस द्वारा घेरने के मामले पर तंज कसते हुए सीएम खट्टर के उस बयान का हवाला दिया जिसमें सीएम मनोहर लाल कह रहे हैं की प्रत्येक व्यक्ति को पुलिस सुरक्षा नही दे सकती हैं लेकिन अकेले जयहिंद को घेरने के लिए 500 पुलिस कर्मचारी कैसे लगा दिए गया जबकि भिवानी में होने जाने वाला कोई जलसा , प्रदर्शन या कोई रैली नही थी बल्कि एक धार्मिक अनुष्ठान था जिसमे 36 बिरादरी के लोग भाग ले रहे थे लेकिन हरियाणा की बीजेपी सरकार ने परमिशन देकर और फिर धारा 144 का हवाला देकर ब्रह्मोत्सव रद्द करवा दिया जिससे 36 बिरादरी की भावनाएं आहत हुई हैं

जयहिंद को पुलिस ने भिवानी से पकड़कर रोहतक लाकर छोड़ा

पुलिस जयहिंद को भिवानी बाय पास से पकड़कर वापिस बेरी थाने के बाद रोहतक बाग में लेकर पहुंची और कानून व्यवस्था का हवाला दिया

जयहिंद ने बताया की हरियाणा की बीजेपी सरकार की तानशाही चरम पर हैं इससे पहले भी बीजेपी सरकार पहरावर में मनाया जाने वाला भगवान परशुराम जन्मोत्सव भी रद्द करवा चुकी हैं सरकार जनता की भावनाओ से खेलना छोड़ दे और जनता को भाई चारे से समाज में रहने दे आए दिन अलग अलग धार्मिक अनुष्ठान रद्द करके हरियाणा सरकार अपनी नीतियों के साथ ही खिलाफत कर रही हैं जो बिल्कुल न्याय संगत नहीं हैं

हरियाणा में भिवानी और हिसार के साथ साथ और भी अलग अलग जिलों में राजनीतिक पार्टियों के सम्मेलन हो थे लेकिन भिवानी के ब्रह्मोत्सव को रद्द करना समाज की भावनाओ के साथ खिलवाड़ हैं

You May Have Missed

error: Content is protected !!