सियासी लोग सिर्फ दंगाई साजिश और सियासत तलाश करते रहे, झूठ और बेशर्मी की ताकत तलाश करते रहे।
घर की बेटियां बेआबरू होकर सड़कों पर इज्जत की भीख मांगती रहीं और हम दुनिया भर में घूम घूम कर इज्जत तलाश करते रहे।

2/8/2023 :- ‘हरियाणा की वर्तमान गठबंधन सरकार प्रदेश के इतिहास में सबसे कमज़ोर, भ्रष्ट और दाग़दार सरकार है। आजादी के बाद संभवतया पहली बार इस बीजेपी राज में ये सांप्रदायिक हिंसा हुई है जो की चुनावों से पूर्व इनका ये एक प्रयोग है।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही, उन्होंने कहा कि मणिपुर की भांति हरियाणा में भी डबल इंजन फेल हो गया है, बीजेपी शासित प्रदेशों में न क़ानून व्यवस्था है, न संवैधानिक मशीनरी। देश जल रहा है, और ये चुनाव साध रहे हैं। ये महत्वाकांक्षी, सत्तालोलुप बीजेपी अभी कई और नूह फाइल्स दोहराएगी।

हरियाणा कांग्रेस सोशल मीडिया की स्टेट कॉर्डिनेटर वर्मा ने कहा कि स्थानीय बीजेपी सांसद बड़ी हिम्मत जुटा कर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सच कह पाए की दंगाई लोगों के पास हथियार कहां से आए और सरकारी तंत्र इन भयावह हालातों को क्यों समझ नही पाया ये इस सरकार का पूर्णतया फैल्योर है। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री इस हिंसा को बड़ी साजिश बता रहे हैं वहीं उप मुख्यमंत्री इस धार्मिक शोभायात्रा के आयोजकों को इस हिंसा का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो उधर प्रदेश के गृह मंत्री इसे किसी मास्टरमाइंड की साजिश मान रहे हैं, उन्होंने कहा की प्रदेश के इन तीन शीर्ष नेताओं के विरोधाभाषी बयान ही इनकी मंशा की पोल खोल रहे हैं वहीं इनके ये बयान भी ये साबित करते हैं की सत्ता कैसे अनुभवहीन, नाकारा और अनाड़ी लोगों के हाथों में है।

महिला कांग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार की बड़ी उपलब्धियों में अपराध, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, भेदभाव, झूठा प्रचार एवं अव्यवस्था और अराजकता है। उन्होंने नूह हिंसा पर बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा कि बीजेपी का चरित्र उस छिपकली की तरह है जो दिनभर कीड़े मकोड़े खा कर आखिर में महापुरुषों की तस्वीर के पीछे जा कर छिप जाती है।
महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि प्रदेश के हर व्यक्ति की जान माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी से प्रदेश सरकार भाग नहीं सकती है। खट्टर अपनी अनुभवहीनता और लाचारी के चलते जनता की जान को जोखिम में नही डाल सकते। नफ़रत का केरोसिन इसी भाजपा ने फैलाया है और आग गोदी मीडिया ने लगायी है। अगर प्रदेश के सीएम इन हालातों को नही संभाल सकते और हर प्रदेशवासी की सुरक्षा नही कर सकते तो उन्हें अपनी विफलता स्वीकार करते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

वर्मा ने कहा कि हरियाणा के कुछ हिस्सों में धर्म के नाम पर फैलाई जा रही हिंसा सत्ता के लोभ में समाज में नफ़रत फैलाने का परिणाम है। उन्होंने इस हिंसा में हुई छह मौतों के लिए खट्टर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हमें एकजुट होकर इन विभाजनकारी तत्वों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी होगी और नफ़रत मिटानी होगी और दोषियों को सख़्त से सख़्त सज़ा दिलवानी होगी, क्योंकि ये लोग सामाजिक सोच को हिंसक बनाने की चाहे जितनी कोशिश कर लें लेकिन देश के हृदय में कांग्रेस का दिया ‘अहिंसा और भाईचारे का सिद्धांत’ हमेशा धड़कता रहता है, जो इस देश को आगे बढ़ने में मदद करता है।